Broken Rice price : सरकार चावल सेक्टर को बड़ी राहत देने की तैयारी में है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी को मुताबिक ब्रोकेन राइस (चावल के टुकड़े) फिर से एक्सपोर्ट होंगे। सरकार इसके एक्सपोर्ट को मंजूरी दे सकती है। बता दें कि चावल के टुकड़ों के एक्सपोर्ट पर सितंबर 2022 से बैन लगा हुआ है। सितंबर 2022 से टूटे चावल के एक्सपोर्ट पर लगे बैन को घटाने का उद्देश्य एग्री ट्रेड को बढ़ावा देना और चावल निर्यातकों को सपोर्ट करना है। नीति में यह बदलाव ग्लोबल फूड सप्लाई चेन में आई परेशानी के दौरान उठाए गए कदमों को उलट देगा। रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण चावल की कीमतें बढ़ गई थीं। ऐसे में भारत को घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारत से होने वाले टूटे चावल के निर्यात को बैन करना पड़ा था।