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आने वाले दिनों में प्लेन के फ्यूल में भी ब्लेंडिंग हो सकती है शुरू, प्लेन से उत्सर्जन को कम करने की कवायद जारी

नागरिक उड्डयन मंत्रालय सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल से संबंधित मुद्दों पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 16, 2022 पर 10:06 PM
आने वाले दिनों में प्लेन के फ्यूल में भी ब्लेंडिंग हो सकती है शुरू, प्लेन से उत्सर्जन को कम करने की कवायद जारी
SAF लो कार्बन फ्यूल होता है। विचार-विमर्श के बाद सरकार ATF ब्लेंडिंग पॉलिसी ला सकती है

जिस तरह पेट्रोल में ईथेनॉल की ब्लेंडिंग अनिवार्य है उसी तरह आने वाले दिनों में प्लेन के फ्यूल में भी ब्लेंडिंग शुरू हो सकती है। सरकार इसे लेकर विचार कर रही है। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता रोहन सिंह ने बताया कि अब ATF(एविएशन टर्बाइन फ्यूल) में SAF(सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल) को ब्लेंड करने की तैयारी है। इस ब्लेंडिंग के जरिए प्लेन से उत्सर्जन को कम करने की कोशिश की जा रही है।

इस मुद्दे पर एविएशन और पेट्रोलियम मंत्रालय में चल रहा विचार

इस मुद्दे पर एविएशन और पेट्रोलियम मंत्रालय में विचार चल रहा है। ATF में SAF ब्लेंडिंग का अनुपात तय करने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि SAF लो कार्बन फ्यूल होता है। विचार-विमर्श के बाद सरकार ATF ब्लेंडिंग पॉलिसी ला सकती है।

सरकार जेट फ्यूल के साथ सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल के ब्लेंडिंग को अनिवार्य करने पर कर रही काम 

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