Get App

बाजार में चांदी की रौनक, अगस्त के अंत तक ₹1,21,000 किलो तक जा सकता है भाव, जानिए तेजी की वजह

दुनिया भर के हालात को देखते हुए गोल्ड की तरह इनवेस्टर्स अब चांदी में भी निवेश बढ़ा रहे हैं। साथ ही शादियों का सीजन भी अगले कुछ महीनों में शुरू होने वाला है जिसकी वजह चांदी के भाव में तेजी देखी जा रही है। जानिए चांदी की कीमतों में तेजी की दूसरी वजहें क्या हैं?

Pratima Sharmaअपडेटेड Aug 07, 2025 पर 5:05 PM
बाजार में चांदी की रौनक, अगस्त के अंत तक ₹1,21,000 किलो तक जा सकता है भाव, जानिए तेजी की वजह
Silver Price: फेस्टिव सीजन और शादियों का सीजन आने से पहले चांदी की डिमांड बढ़ गई है

देश के प्रमुख कमोडिटी बाजारों में आज चांदी की कीमतों ने ऐतिहासिक मजबूती दर्ज की है। गुरुवार 7 अगस्त को सटोरियों के सौदे बढ़ा देने से वायदा कारोबार में चांदी की कीमत 968 रुपये बढ़कर 1,14,623 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। MCX पर सितंबर में डिलीवरी वाले सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट का भावभाव 968 रुपये यानी 0.85 प्रतिशत बढ़कर 1,14,623 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। इसमें कुल 16,647 लॉट के लिए कारोबार हुआ। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि सटोरियों की तरफ से नए सौदे करने से चांदी की कीमतों में उछाल देखी गई।

चांदी की कीमतों में तेजी की वजह मौजूदा ग्लोबाल मार्केट के हालात हैं। घरेलू मांग बढ़ने के साथ ही वैश्विक आर्थिक हालात, निवेश का सुरक्षित विकल्प होने और फेस्टिव सीजन शुरू होने से चांदी की कीमतों में तेजी आई है।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों का हाल

चांदी की कीमतों में तेज उछाल के पीछे सबसे अहम कारण अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी एक्सचेंज पर चल रही हलचल है। फिलहाल दुनिया भर में व्यापार-युद्ध, टैरिफ को लेकर असमंजस और वैक्सीन की वैकल्पिक खबरों के चलते निवेशक अस्थिर शेयर बाजारों में पैसा लगाने की बजाय चांदी जैसे सुरक्षित विकल्प की ओर रुख कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार संबंधों में तनाव के कारण सुरक्षित निवेश साधनों में तेजी आती है, उसके असर भारत के चांदी बाजार में भी दिखाए दे रहा है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें