कहते हैं वक्त कब बदल जाए कहा नहीं जा सकता। कुछ ऐसा ही अशनीर ग्रोवर के साथ हुआ है। 1 मार्च 2022 के पहले वह BharatPe के फाउंडर थे लेकिन अब उनका कंपनी से कोई नाता नहीं रह गया है। अशनीर ग्रोवर ने 1 मार्च आधी रात को अपना इस्तीफा दे दिया था। इसके एक दिन के भीतर BharatPe ने अशनीर ग्रोवर से फाउंडर कहलाने का हक भी छीन लिया। फाउंडर छोड़िए, वह कंपनी के कर्मचारी भी नहीं कहला सकते।