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पटरी से उतर सकती है यस बैंक की संभावित डील, स्टेक खरीदने से पीछे हट सकते हैं जापानी बैंक

यस बैंक में 24 पर्सेंट स्टेक बेचने की स्टेट बैंक की योजना अटक गई है। सूत्रों के मुताबिक, यस बैंक में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने में दिलचस्पी दिखाने वाले दो जापानी बैंक- MUFG और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) अब डील को लेकर इच्छुक नहीं है। मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया, ' सितंबर से अब तक स्टेक सेल के मोर्चे पर किसी तरह की प्रगति नहीं हुई है और ऐसा लगता है कि इस सिलसिले में फिलहाल दोनों बैंकों के साथ बातचीत अटक गई है'

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 27, 2024 पर 6:33 PM
पटरी से उतर सकती है यस बैंक की संभावित डील, स्टेक खरीदने से पीछे हट सकते हैं जापानी बैंक
सूत्रों ने बताया कि सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण संबंधी मसलों संभावित खरीदारों और भारत के रेगुलेटर्स के बीच मतभेदों की वजह से फिलहाल बातचीत अटक गई है।

यस बैंक में 24 पर्सेंट स्टेक बेचने की स्टेट बैंक (State Bank of India) की योजना अटक गई है। सूत्रों के मुताबिक, यस बैंक में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने में दिलचस्पी दिखाने वाले दो जापानी बैंक- MUFG और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) अब डील को लेकर इच्छुक नहीं है। मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया, ' सितंबर से अब तक स्टेक सेल के मोर्चे पर किसी तरह की प्रगति नहीं हुई है और ऐसा लगता है कि इस सिलसिले में फिलहाल दोनों बैंकों के साथ बातचीत अटक गई है।'

डील से जुड़े सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण संबंधी मसलों संभावित खरीदारों और भारत के रेगुलेटर्स के बीच मतभेदों की वजह से फिलहाल बातचीत अटक गई जान पड़ती है। भारत में प्रमोटर्स के वोटिंग राइट्स के लिए सीमा 26 पर्सेंट है। लिहाजा, अगर संभावित खरीदार इसमें 51 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदते हैं, तो भी उनके वोटिंग राइट्स का मामला 26 पर्सेंट के हिसाब से ही होगा।

मनीकंट्रोल ने 17 अक्टूबर को खबर दी थी कि रिजर्व बैंक (RBI) इस मामले में ढील देने को तैयार नहीं है। हालांकि, संभावित निवेशकों ने वोटिंग राइट्स को लेकर नियमों में ढील देने की अपील की थी। मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया, ' अगर वोटिंग राइट 26 पर्सेंट की सीमा पर तय है, तो किसी निवेशक द्वारा यस बैंक में 51 पर्सेंट हिस्सा खरीदने का कोई मतलब नहीं बनता। हालांकि, 51 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदे बिना यस बैंक को संभावित खरीदारों की सब्सडियरी नहीं माना जा सकता।'

बैंकरों के मुताबिक, SMBC और MUFG की आशंका है कि ऐसी स्थिति में वे अपने ग्रुप फाइनेंशियल के तौर पर यस बैंक को कैसे कंसॉलिडेट करेंगे। इस सिलसिले में यस बैंक, MUFG और SMBC को भेजी गई ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। SBI के प्रवक्ता ने बताया, 'हम इस मामले में ऐसे किसी घटनाक्रम से भी इनकार करते हैं।'

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