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Pawan Hans को बेचने की प्रक्रिया अगले 2 महीने में हो जाएगी पूरी, सरकार को ₹350 करोड़ मिलने की उम्मीद: अधिकारी

वित्तीय संकटों से घिरे हेलीकॉप्टर ऑपरेटर Pawan Hans के लिए सरकार को तीन वित्तीय बोलियां मिली हैं और इसकी विनिवेश प्रक्रिया अगले दो महीने में पूरी हो सकती है, अधिकारियों ने यह जानकारी दी

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 15, 2022 पर 6:10 PM
Pawan Hans को बेचने की प्रक्रिया अगले 2 महीने में हो जाएगी पूरी, सरकार को ₹350 करोड़ मिलने की उम्मीद: अधिकारी
सरकार पवन हंस में अपनी 51 फीसदी की पूरी हिस्सेदारी बेच रही है

वित्तीय संकटों से घिरे हेलीकॉप्टर ऑपरेटर पवन हंस (Pawan Hans) के लिए सरकार को तीन वित्तीय बोलियां मिली हैं और इस सरकारी कंपनी की विनिवेश प्रक्रिया अगले दो महीने में पूरी हो सकती है। इस मामले से सीधे वाकिफ सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है।

उन्होंने बताया कि पवन हंस के निजीकरण से सरकार को 300 से 350 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। पवन हंस के पास 40 से अधिक हेलीकॉप्टर का बेड़ा है और करीब 900 कर्मचारी हैं। इसमें से 450 कर्मचारी स्थायी पदों पर हैं। पवन हंस के निजीकरण का यह सरकार की तरफ से पांचवां प्रयास है।

सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हम ट्रांजैक्शन एडवाइजर के साथ काम कर रहे हैं और पवन हंस के विनिवेश प्रक्रिया को पूरा करने के अंतिम चरण में है। अगले दो महीने में इसके पूरा हो जाने की उम्मीद है।" हालांकि अधिकारी ने यह नहीं बताया कि पवन हंस के लिए किन ऑर्गनाइजेशन ने बोली लगाई है।

कई रिपोर्टों में पवन हंस के कर्मचारी यूनियन, ग्लोबल वेक्ट्रा हेलिकॉर्प और हेलिगो चार्टर्स की तरफ से बोली लगाए जाने की उम्मीद की गई है। हालांकि इन संभावित खरीदारों में से किसी ने भी मनीकंट्रोल से पुष्टि नहीं किया कि उन्होंने वित्तीय बोलियां जमा की हैं।

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