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China HMPV Virus: चीन में HMPV का आतंक, आखिर इससे निपटने के लिए भारत कितना है तैयार? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया बयान

HMPV Virus: चीन में कोविड जैसे वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले चीत की रफ्तार से बढ़ रहे हैं। इससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। भारत सरकार भी पहले से ही इस चीनी वायरस के प्रति अलर्ट हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश को नागरिकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सांस लेने संबंधी बीमारियों में इजाफा हुआ है

Jitendra Singhअपडेटेड Jan 06, 2025 पर 1:02 PM
China HMPV Virus: चीन में HMPV का आतंक, आखिर इससे निपटने के लिए भारत कितना है तैयार? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया बयान
HMPV Virus: HMPV एक सांस संबंधी संक्रमण है जो न्यूमोविरिडे फैमिली के वायरस के कारण होता है।

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी का आतंक अभी तक कोई भूल नहीं पाया कि साल 2025 में एक नई महामारी की टेंशन मिल गई है। यह नई महामारी भी चीन से आई है। कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में करीब 70 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या एचएमपीवी (HMPV) का आंतक पूरी दुनिया में धीरे-धीरे फैल रहा है। चीन में अस्पताल मरीजों से खचाखच भरे हैं। भारत में भी यह वायरस दस्तक दे चुका है। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर भारत HMPV वायरस से निपटने में आखिर कितना तैयार है? इस नई महामारी ने कोरोना महामारी के जख्म हरे कर दिए हैं।

इधर भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चीन में सांस संबंधी बीमारियां तेजी से फैल रही हैं। इसमें ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के कारण होने वाली बीमारियां भी शामिल हैं। इसके लिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। एक बयान में मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि चीन सब कुछ ठीक है और भारत श्वसन संक्रमणों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

आखिर क्यों चर्चा में है HMPV?

बता दें कि HMPV न्यूमोविरिडे फैमिली का वायरस है। इसे साल 2001 में खोजा गया था। यह एक श्वसन वायरस है जो आम तौर पर ऊपरी और निचले श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। जिसके लक्षण सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे होते हैं। चीन में इस समय एचएमपीवी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 जैसी अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों में भी बढ़ रही हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि कुछ क्षेत्रों में अस्पताल मरीजों से खचाखच भरे हुए हैं। लेकिन चीनी अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आपातकाल की स्थिति घोषित नहीं की है। चीन में HMPV से बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।

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