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Diabetes: स्टीविया से ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल, चीनी की जगह करें इस्तेमाल, जानिए कैसे करें सेवन

Stevia for Diabetes: स्टीविया (Stevia) डायबिटीज से पीड़ित मरीजों (Diabetes patients) के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। इसमें कैलोरी नहीं के बराबर होती है। इसे चीनी की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं। स्टीविया को मीठी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। यह सफेद चीनी के मुकाबले 100 से 300 गुना मीठा होता है। लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी और आर्टिफिशियल इंग्रेडिएंट्स नहीं होते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 20, 2025 पर 7:20 AM
Diabetes: स्टीविया से ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल, चीनी की जगह करें इस्तेमाल, जानिए कैसे करें सेवन
Stevia for Diabetes: स्टेविया मेडिकल स्टोर में मिलने वाले बाकी आर्टिफिशियल स्वीटनर से अलग है। यह एक नेचुरल प्रोडक्ट है।

दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो खराब दिनचर्या, गलत खानपान की वजह से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। जिनमें एक रोग डायबिटीज भी है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी जहर के समान है। अगर आपने इसका ज्यादा सेवन किया तो ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ जाएगा। ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित मरीज मिठास के लिए बाजार में मिलने वाले आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में स्टीविया का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक औषधीय पौधा है। इसे मीठी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है।

यह औषधि चीनी की तरह मीठी होती है और घर के आंगन या गार्डन में उगाई जा सकती है। यह जड़ी-बूटी डायबिटीज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसकी वजह ये है कि इसमें कैलोरी नहीं के बराबर होती है। इससे कोई नुकसान नहीं होता है। इसका सेवन हाई बीपी के लिए भी किया जा सकता है।

जानिए क्या है स्टीविया

स्टीविया एक शुगर सब्सटीट्यूट है, जिसे स्टीविया प्लांट के पत्तों से तैयार किया जाता है। ये सफेद चीनी के मुकाबले 100 से 300 गुना मीठा होता है। लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी और आर्टिफिशियल इंग्रेडिएंट्स नहीं होते। हालांकि हर किसी को इसका स्वाद पसंद आए ये जरूरी नहीं है। कई लोगों ये मेंथॉल जैसा लगता है। आप चाय में इसे मिलाकर पी सकते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम और मैग्‍नीशियम होता है। स्टीविया को शुगर का विकल्‍प माना जाता है। स्‍टीविया का तुलसी की तरह पौधा होता है। जिसमें स्‍टेवियोल ग्‍लाइकोसाइड होता है। स्‍टीविया का प्रयोग ड्रिंक्‍स, डेजर्ट, कैंडी, दही और बे‍किंग में किया जाता है।

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