डायबिटीज आज के समय में एक ऐसी बीमारी बन चुकी है, जो न सिर्फ उम्रदराज लोगों को, बल्कि युवाओं और बच्चों तक को अपनी चपेट में ले रही है। खराब लाइफस्टाइल, बढ़ता मोटापा, तनाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी इसके प्रमुख कारण हैं। ये बीमारी तब होती है जब शरीर में इंसुलिन का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे खून में ग्लूकोज की मात्रा असामान्य रूप से बढ़ने लगती है। विशेषज्ञों की मानें तो हर स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम दो साल में एक बार और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को हर तीन महीने में ब्लड शुगर टेस्ट जरूर कराना चाहिए।