Green Tea for Diabetes: ग्रीन टी है डायबिटीज का रामबाण इलाज, फौरन कंट्रोल होगा ब्लड शुगर

Green Tea Benefits: डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए ग्रीन टी किसी रामबाण से कम नहीं है। यह शरीर में जमा फैट को कम करता है। इसके साथ ही ब्लड में मौजूद शुगर की मात्रा को भी कम करता है। इससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। ग्रीन टी सेहत के लिए भी फायदेमंद मानी गई है

अपडेटेड Feb 08, 2025 पर 7:19 AM
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Green Tea Benefits: मेटाबॉलिक सिंड्रोम से जूझ रहे लोगों को भी ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।

देश में डायबिटीज के मरीज दिनों दिन तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक चिंता का विषय है। डायबिटीज से शरीर की हालत बेहद खस्ता हो जाती है। लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करके डायबिटीज की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी डाइट में बदलाव करना होगा। डायबिटीज के मरीजों के लिए ग्रीन टी बेहद फायदेमंद मानी गई है। इसका खुलासा एक स्टडी में हुआ है। आमतौर पर लोग वजन कम करने के लिए ग्रीन टी का सेवन करते हैं। लेकिन इसके सेवन से कई बीमारियों में राहत मिलती है। ग्रीन टी में कई ऐसे तत्व होते हैं। जिससे हमारी फिजिकल हेल्थ ही नहीं, बल्कि मेंटल हेल्थ को भी फायदे मिल सकते हैं।

एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि ग्रीन टी पीने से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है और गट हेल्थ को दुरुस्त किया जा सकता है। ग्रीन टी कमर में मौजूद फैट को कम करने में मदद करती है। इसके साथ ही ब्लड में मौजूद शुगर को भी कम करती है।

डायबिटीज के मरीजों के लिए ग्रीन टी है रामबाण


एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना ग्रीन टी पीने से शुगर के मरीजों को डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। ग्रीन टी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह शरीर में जाकर मेटाबॉलिक सिंड्रोम के जोखिम को कम कर देते हैं। यह सिंड्रोम शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंस पैदा करता है। ऐसे में ग्रीन टी पीने से इस सिंड्रोम का जोखिम कम हो जाता है और इससे डायबिटीज का रिस्क भी कम हो जाता है। ग्रीन टी में मौजूद कई तत्व ब्लड शुगर लेवल कम करने के साथ आंतों की सूजन से राहत मिल सकती है। हर किसी को रोजाना 2-3 दिन ग्रीन टी पीनी चाहिए। जो लोग मेटाबॉलिक सिंड्रोम या डायबिटीज से जूझ रहे हैं। उन्हें रोजाना 4-5 कप ग्रीन टी पीना चाहिए। यह स्टडी अमेरिका के पेंसिल्वेनिया और ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने साल 2022 में की थी।

69.3 करोड़ लोगों को टाइप-2 डायबिटीज

टाइप-2 डायबिटीज एक ग्लोबल समस्या है। इससे दुनियाभर में डायबिटीज से पीड़ित मरीजों की संख्या साल 2045 तक 69.3 करोड़ पहुंच सकती है। इसके चलते हार्टअटैक, स्ट्रोक, अंधापन, किडनी फेल होने के साथ ही असमय मृत्यु होने का खतरा भी रहता है।

डिस्क्लेमर - यहां बताए गए उपाय सिर्फ सामान्य ज्ञान पर आधारित हैं। इसके लिए आप किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लेने के बाद ही अपनाएं।

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