खाने की अनहेल्दी चीजें, सुस्त जीवनशैली, गलत आदतों का असर सबसे पहल दिल पर पड़ता है। इस वजह से यह बीमारी दुनियाभर में सबसे खतरनाक है। इससे मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है। कई सारी वजहों से दिल कमजोर हो जाता है और काम करना बंद कर देता है। इन दिनों दिल के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हार्ट से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं। इसमें हार्ट ब्लॉकेज शुरुआती लक्षण होते हैं। हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट कराए जा सकते हैं, लेकिन हार्ट में ब्लॉकेज की सटीक जानकारी एंजियोग्राफी करवाने से होती है। यह एक विशेष तरह का X-रे टेस्ट होता है।
रात के खाने के बाद सीने में हल्का दर्द और बेचैनी की शिकायत दिल से जुड़ी बीमारी की ओर इशारा कर सकती है। सीने में अचानक से जकड़न, दबाव या दर्द जैसा महसूस हो सकता है। ऐसे में ये सभी लक्षण हार्ट ब्लॉकेज के हो सकते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो’ (NCRB) के एक आंकड़े के मुताबिक, पिछले 10 सालों में भारत में हार्ट से जुड़ी बीमारियों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
हार्ट ब्लॉकेज का बेस्ट टेस्ट
हार्ट में ब्लॉकेज के लिए एंजियोग्राफी बेस्ट माना गया है। यह एक खास तरह का X-रे टेस्ट होता है। इसमें धमनियों में डाई इंजेक्ट करके ब्लॉकेज की स्थिति का पता लगाया जाता है। इस डाई की मदद से X-ray में साफ दिखाई देता है कि कहां-कहां ब्लॉकेज है और कितना गंभीर है। डॉक्टरों का कहना है कि स्वस्थ हार्ट से ही स्वस्थ शरीर की कल्पना की जा सकती है। हार्ट ब्लॉकेज का समय पर इलाज बहुत जरूरी है। इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। एंजियोग्राफी से यह भी पता चलता है कि ब्लॉकेज कितना बड़ा है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
हार्ट ब्लॉकेज के कुछ लक्षण
हल्की शारीरिक गतिविधि के दौरान दिल पर दबाव पड़ना, दिल की धड़कन अचानक से तेज हो जाना, सांस फूलना, घबराहट होना जैसे कई लक्षण मरीज में दिखने लगते हैं। हार्ट ब्लॉकेज के गंभीर लक्षण तब सामने आते हैं जब दिल की धमनियों में 70 फीसदी या उससे अधिक रुकावट हो जाती है। इस स्थिति में, शरीर में खून और ऑक्सीजन का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता है। जिससे शरीर में कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं।
डिस्क्लेमर - यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।