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Isabgol इन 5 लोगों के लिए इसबगोल है संजीवनी बूटी, जानिए कैसे करें सेवन

Isabgol Ke Fayde: इसबगोल सेहत के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक विकल्प माना जाता है। इसे रोजमर्रा के खानपान में कई तरीकों से शामिल किया जा सकता है। चाहे पानी के साथ लिया जाए या किसी हेल्दी ड्रिंक में मिलाकर, इसका नियमित सेवन पाचन, वजन नियंत्रण और ब्लड शुगर बैलेंस में मदद कर सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 26, 2025 पर 12:50 PM
Isabgol इन 5 लोगों के लिए इसबगोल है संजीवनी बूटी, जानिए कैसे करें सेवन
Isabgol Ke Fayde: इसबगोल फाइबर से भरपूर होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराता है।

हर घर में कभी न कभी पेट साफ करने या पाचन से जुड़ी समस्याओं के लिए जिस भूसी की सलाह दी जाती है, वो कोई आम चीज नहीं, बल्कि एक प्राचीन औषधीय है – इसबगोल। इसका वैज्ञानिक नाम Plantago Ovata है और इसे अंग्रेज़ी में Psyllium Husk कहते हैं। लेकिन इसका महत्व सिर्फ पाचन तक सीमित नहीं है। आज के दौर में, जब लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स जैसे मोटापा, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ रहे हैं, इसबगोल एक नेचुरल और किफायती उपाय बनकर उभरा है। दिलचस्प बात ये है कि इसका नाम 'इसबगोल' फारसी भाषा से आया है।

जिसका मतलब होता है 'घोड़े का कान' – और इसकी पत्तियों का आकार भी कुछ वैसा ही होता है। भारत अब इस औषधीय फाइबर का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक बन चुका है। आइए एक नए नजरिए से समझते हैं कि इसबगोल सिर्फ भूसी नहीं, सेहत का पूरा खजाना है।

कहां होता है उत्पादन?

हालांकि इसबगोल का मूल स्थान ईरान माना जाता है, लेकिन आज इसका सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक भारत बन चुका है। गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।

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