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Diabetes: इमली के बीज से होगा कमाल, टाइप-2 डायबिटीज मरीज आज से ही शुरू करें सेवन

Tamarind For Diabetes: टाइप-2 डायबिटीज के मरीज अक्सर यह सोचकर इमली खाने से बचते हैं कि इसका स्वाद मीठा होता है और इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक अगर इमली का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए तो यह नुकसान नहीं करती। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण यह रक्त शर्करा को तेजी से नहीं बढ़ाती

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 06, 2025 पर 7:30 AM
Diabetes: इमली के बीज से होगा कमाल, टाइप-2 डायबिटीज मरीज आज से ही शुरू करें सेवन
Diabetes: इमली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) सिर्फ 23 होता है, यानी इसे खाने से ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता।

टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों को अपना खानपान बहुत सोच-समझकर रखना होता है। ऐसी स्थिति में इमली जैसी चीज को लेकर अक्सर मन में सवाल आता है – क्या इसे खाना ठीक है या नहीं? क्योंकि इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है और लोग सोचते हैं कि इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इमली को सीमित मात्रा में खाया जाए तो यह नुकसान नहीं पहुंचाती। इमली में खूब सारे फाइबर और विटामिन होते हैं जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और शरीर को मजबूत रखते हैं।

बस याद रखें कि इमली का ज्यादा इस्तेमाल न करें और बहुत मीठी चटनी या बाजार की तैयार इमली कैंडी से दूर रहें। अगर सही मात्रा में इसका सेवन किया जाए और बाकी लाइफस्टाइल हेल्दी रखी जाए, तो डायबिटीज मरीज भी इमली का स्वाद ले सकते हैं।

इमली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कितना होता है?

इमली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सिर्फ 23 होता है, जो इसे लो-जीआई फूड की श्रेणी में रखता है। इसका मतलब है कि ये धीरे-धीरे ग्लूकोज रिलीज करती है और अचानक शुगर नहीं बढ़ाती। इसलिए नियंत्रित मात्रा में इमली खाना टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक नहीं माना जाता।

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