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Agnikul Cosmos ने तीसरी बार कैंसिल की भारत के पहले सेमी-क्रायोजेनिक रॉकेट की लॉन्चिंग

अग्निकुल के "अग्निबाण SOrTeD" को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में स्टार्टअप के निजी लॉन्चपैड "धनुष" से लॉन्च किया जाना था। Agnikul Cosmos को आईआईटी मद्रास के श्रीनाथ रविचंद्रन, मोइन एसपीएम और एसआर चक्रवर्ती ने साल 2017 में शुरू किया था। अग्निबाण SOrTeD में एग्निलेट नामक सिंगल-पीस 3डी-प्रिंटेड इंजन है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Apr 07, 2024 पर 10:02 AM
Agnikul Cosmos ने तीसरी बार कैंसिल की भारत के पहले सेमी-क्रायोजेनिक रॉकेट की लॉन्चिंग
Agnikul Cosmos ने अक्टूबर 2023 में Series B राउंड में 2.67 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई थी।

चेन्नई स्थित स्पेस टेक स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमस (Agnikul Cosmos) ने 7 अप्रैल को तकनीकी दिक्कतों के कारण तीसरी बार भारत के पहले सेमी-क्रायोजेनिक इंजन रॉकेट का लॉन्च रद्द कर दिया। "अग्निबाण SOrTeD" (सबऑर्बिटल टेक डेमोंस्ट्रेटर) का लॉन्च पहले 22 मार्च को होने वाला था। लेकिन अनिर्दिष्ट टाली न जा सकने वाली परिस्थितियों के कारण एक दिन पहले लॉन्च रद्द कर दिया गया। उसके बाद 6 अप्रैल को, एक बार फिर लॉन्च रद्द किया गया।

अग्निकुल के "अग्निबाण SOrTeD" को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (Satish Dhawan Space Center in Sriharikota) में स्टार्टअप के निजी लॉन्चपैड "धनुष" से लॉन्च किया जाना था।

अग्निबाण SOrTeD की खासियत

सेमी-क्रायोजेनिक इंजन एफिशिएंसी, कॉस्ट-इफेक्टिवनेस, सुरक्षा, ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी आदि के संदर्भ में क्रायोजेनिक इंजन की तुलना में कई प्रकार से बेहतर होते हैं। अग्निबाण SOrTeD में एग्निलेट नामक सिंगल-पीस 3डी-प्रिंटेड इंजन है। इसे स्वदेशी रूप से डिजाइन और तैयार किया गया है। Agnikul Cosmos का कहना है कि अग्निबाण 30 से 300 किलोग्राम पेलोड को 700 किलोमीटर तक लो अर्थ ऑर्बिट्स (LEO) में ले जाने में सक्षम होगा।

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