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Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के गृभगृह में विराजमान हुए रामलला, आंखों पर बंधी है पट्टी, चार घंटे चला विशेष अनुष्ठान

Ayodhya Ram Mandir: ये कहना गलत नहीं होगा कि सदियों बाद आखिरकार भगवान राम अपने जन्मस्थान पर विराजित हो चुके हैं और अब 22 जनवरी को उनकी प्राण प्रतिष्ठा होनी है। जानकारी के मुताबिक, रामलला को गुरुवार को गृभगृह में स्थापित करने में करीब चार घंटे का समय लगा है। सभी जरूरी पूजा और अनुष्ठान के बाद मूर्ति को रखा गया है

Shubham Sharmaअपडेटेड Jan 18, 2024 पर 7:02 PM
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के गृभगृह में विराजमान हुए रामलला, आंखों पर बंधी है पट्टी, चार घंटे चला विशेष अनुष्ठान
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के गृभगृह में विराजमान हुए रामलला, चार घंटे चले विशेष अनुष्ठान के बाद मूर्ति हुई स्थापित

Ayodhya Ram Mandir: रामलला की मूर्ति (Ramlala Idol) भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के गर्भगृह के चबूतरे पर स्थापित कर दी गई है और उसके बाहर पर्दे लगाए गए हैं। रामलला की आंखों पर पट्टी भी बांध दी गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस फिलहाल मूर्तियों की सुरक्षा कर रही है। इससे पहले रामलला की मूर्ति को कल रात क्रेन की मदद से अयोध्या में राम मंदिर परिसर में लाया गया था। मूर्ति को गुरुवार तड़के गर्भगृह के अंदर लाया गया और बाद में यहां स्थापित किया गया। क्रेन का इस्तेमाल करके भगवान की मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा की गई थी।

ये कहना गलत नहीं होगा कि सदियों बाद आखिरकार भगवान राम अपने जन्मस्थान पर विराजित हो चुके हैं और अब 22 जनवरी को उनकी प्राण प्रतिष्ठा होनी है। जानकारी के मुताबिक, रामलला को गुरुवार को गृभगृह में स्थापित करने में करीब चार घंटे का समय लगा है। सभी जरूरी पूजा और अनुष्ठान के बाद मूर्ति को रखा गया है।

ये वही मूर्ति है, जिसे देश के जाने-माने मूर्तिकार योगीराज अरुण ने अपने हाथों से तराशा है। खास बात ये है कि इस दौरान सभी संतों के साथ खुद अरुण भी वहां मौजूद रहे। मूर्ति फिलहाल पूरी तरह से कवर है और अब सीधा 22 जनवरी को ही रामलला के दर्शन होंगे।

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