पिछले महीने अक्टूबर में कुछ सेक्टर्स का निर्यात घटने के चलते ओवरऑल निर्यात में करीब 17 फीसदी की गिरावट आई। इसके अलावा ट्रेड डेफिसिट भी करीब 5 फीसदी बढ़ गया। कॉमर्स मिनिस्ट्री ने आज 15 नवंबर को आयात-निर्यात से जुड़े आंकड़े पेश किए। केंद्रीय मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़े के मुताबिक पिछले महीने निर्यात 16.65 फीसदी गिरकर 2978 करोड़ डॉलर (2.41 लाख करोड़ रुपये) पर आ गया। इसके अलावा व्यापार घाटा भी बढ़कर 2691 करोड़ डॉलर (2.18 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया। इससे पिछले महीने सितंबर 2022 में 2571 करोड़ डॉलर (2.08 लाख करोड़ रुपये) का व्यापार घाटा हुआ था। पिछले महीने भारत ने 5669 करोड़ डॉलर (4.59 लाख करोड़ रुपये) का आयात किया था।
इस कारण कारोबार पर निगेटिव असर
वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई दर, रूस और यूक्रेन के बीच जंग, चीन-ताइवान के बीच तनाव और सुस्त इकनॉमिक ग्रोथ ने वैश्विक स्तर पर मांग को निगेटिवली इफेक्ट किया। हालांकि आने वाले समय में स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है। निर्यात के मुकाबले आयात में अधिक उछाल से कारोबारी घाटा बढ़ता है। इससे रुपये पर दबाव बढ़ता है। पिछले महीने रुपये में रिकॉर्ड कमजोरी दिखी और इसने पहले बार एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83 रुपये के लेवल को पार कर दिया।
सितंबर छमाही में निर्यात से ज्यादा आयात में उछाल
पिछले साल अक्टूबर में भारत ने 5364 करोड़ डॉलर (4.34 लाख करोड़ रुपये) का आयात किया था। इस वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2022 में बात करें तो निर्यात 12.55 फीसदी बढ़कर 26335 करोड़ डॉलर (21.33 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया। वहीं आयात भी 33.12 फीसदी उछलकर 43681 करोड़ डॉलर (35.37 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया।