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दिसंबर में 3 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, मैन्युफैक्चरिंग में सुस्ती का असर

दिसंबर 2024 में देश का औद्योगिक उत्पादन (IIP) तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान औद्योगिक उत्पादन 3.2 पर्सेंट रहा। इससे पिछले महीने यानी नवंबर में IIP का आंकड़ा 5.2 पर्सेंट था। यह छह महीने का उच्च स्तर था। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 12 फरवरी को दिसंबर महीन के औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा जारी किया। इंडस्ट्रियल उत्पादन ग्रोथ में गिरावट की मुख्य वजह मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन में सुस्ती है।

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 12, 2025 पर 5:00 PM
दिसंबर में 3 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, मैन्युफैक्चरिंग में सुस्ती का असर
अप्रैल 2023-फरवरी 2024 के दौरान IIP में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

दिसंबर 2024 में देश का औद्योगिक उत्पादन (IIP) तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान औद्योगिक उत्पादन 3.2 पर्सेंट रहा। इससे पिछले महीने यानी नवंबर में IIP का आंकड़ा 5.2 पर्सेंट था। यह छह महीने का उच्च स्तर था। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 12 फरवरी को दिसंबर महीन के औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा जारी किया।

इंडस्ट्रियल उत्पादन ग्रोथ में गिरावट की मुख्य वजह मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन में सुस्ती है। नवंबर में 5.8 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ दिसंबर में सेक्टर आधारित आउटपुट ग्रोथ 3 पर्सेंट रह गई। IIP ग्रोथ में अहम दो और मुख्य सेक्टरों- माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी की ग्रोथ दिसंबर में क्रमशः 2.6% और 6.2% रही। इससे पिछले महीने इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन की ग्रोथ 4.4 पर्सेंट थी।

सेक्टर आधारित विश्लेषण के आधार पर बात करें, तो दिसंबर में कैपिटल गुड्स की ग्रोथ 10.3 पर्सेंट है, जबकि नवंबर में यह आंकड़ा 8.8 पर्सेंट था। कैपिटल गुड्स सेक्टर निवेश संबंधी मांग का प्रमुख इंडिकेटर है। हालांकि, संबंधित अवधि में इंफ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन गुड्स घटकर 6.3 पर्सेंट हो गया, जो इससे पिछले महीने 8.1 पर्सेंट था।

दिसंबर में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की ग्रोथ में तेज गिरावट देखने को मिली और यह आंकड़ा 8.3 पर्सेंट रहा। पिछले साल की इसी अवधि में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की ग्रोथ 14.1 पर्सेंट थी। इस दौरान कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स में 7.6 पर्सेंट की गिरावट रही, जबकि इससे पिछले महीने इस सेगमेंट में 0.4 पर्सेंट की ग्रोथ रही थी। IIP ग्रोथ में सुस्ती के बावजूद प्राइमरी गुड्स की ग्रोथ 3.8 पर्सेंट रही, जो नवंबर में 2.7 पर्सेंट थी। यह ग्रोथ जरूरी कमोडिटीज की मांग बनी रहने का संकेत है। सरकार 12 मार्च को जनवरी के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन का डेटा जारी करेगी।

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