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लिपस्टिक और अंडरवियर की बिक्री बता देती है कि इकोनॉमी खस्ताहाल में है, जानिए कैसे

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब इकोनॉमी में मंदी आती है या किसी दूसरे तरह का दबाव होता है तो महिलाएं महंगी चीजों पर खर्च घटा देती हैं। लेकिन, वे उन चीजों पर खर्च बढ़ाती हैं, जो उनके बजट पर खराब असर डाले बगैर उनके मूड को बेहतर करने में मदद कर सकती हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 20, 2022 पर 3:29 PM
लिपस्टिक और अंडरवियर की बिक्री बता देती है कि इकोनॉमी खस्ताहाल में है, जानिए कैसे

इकोनॉमी (Economy) की सेहत जानने के लिए अर्थशास्त्री कई तरह के आंकड़ों और ट्रेंड की मदद लेते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि लिपस्टिक (Lipstick) और अंडरवियर (Underwear) की बिक्री भी इकोनॉमी की हालत के बारे में बताती है? यह सच है। इसे लिपस्टिक इफेक्ट (Lipstick Effect) कहा जाता है।

लिपस्टिक इफेक्ट वैश्विक इकोनॉमी में कई बार देखने को मिला है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब इकोनॉमी में मंदी आती है या किसी दूसरे तरह का दबाव होता है तो महिलाएं महंगी चीजों पर खर्च घटा देती हैं। लेकिन, वे उन चीजों पर खर्च बढ़ाती हैं, जो उनके बजट पर खराब असर डाले बगैर उनके मूड को बेहतर करने में मदद कर सकती हैं। लिपस्टिक ऐसी ही एक चीज है। इस कॉन्सेप्ट को लिपस्टिक इफेक्ट कहा जाता है।

अमेरिका में सेंसस ब्यूरो ने रिटेल सेल्स के आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक, जुलाई में रिटेल सेल्स स्थिर रही है। इसका मतलब यह है कि इनफ्लेशन का असर अमेरिकी लोगों के बजट पर पड़ रहा है। जीडीपी में कंज्यूमर स्पेंडिंग की दो-तिहाई हिस्सेदारी है।

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