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kisi ka bhai kisi ki jaan review: साहेबान, मेहरबान, कदरदान, पेश-ए- खिदमत है फिल्म रिव्यू किसी का भाई किसी की जान

kisi ka bhai kisi ki jaan movie review: मौका ईद का है और भाई की फिल्म ना रिलीज हो तो शायद ईद को भी बुरा लग जाए। तो ईद के मौके पर भारत के नेशनल भाई जान सलमान खान अपने लाखों फैंस और जान दोनों के लिए ही अपनी फिल्म किसी का भाई किसी की जान लेकर हाजिर हैं। आइये जानते हैं कि भाई जान की इस फिल्म को देखने के बाद आखिर आपकी जान कितनी सलामत रहती है

Abhishek Nandanअपडेटेड Apr 21, 2023 पर 7:43 PM
kisi ka bhai kisi ki jaan review: साहेबान, मेहरबान, कदरदान, पेश-ए- खिदमत है फिल्म रिव्यू किसी का भाई किसी की जान
kisi ka bhai kisi ki jaan movie review: मौका ईद का है और भाई की फिल्म ना रिलीज हो तो शायद ईद को भी बुरा लग जाए

Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan Movie Review: साहेबान, मेहरबान, कदरदान ईद के मौके पर रिलीज हुई सलमान भाई की पिक्चर किसी का भाई किसी की जान के रोजाना चार शो आपके सिनेमाघरों में हाउसफुल हाउसफुल हाउसफुल। जी नहीं ये कोई अनाउंसमेंट नहीं बल्कि एक सच्चाई है। अब देखिए ना अपने हिंदुस्तान में तो हमें त्योहारों के बहाने बस सेलिब्रेशन का बहाना चाहिए। अब वो चाहे दीवाली हो या ईद। फिलहाल मौका ईद का है और ईद बिना चांद, सेवईं, लज़ीज़ खाने और सलमान भाई की पिक्चर इन सब के बिना पूरी हो सकती है? जाहिर है जवाब ना में ही आएगा। तो ईद पर चांद से भी पहले अपनी फिल्म रिलीज करने की रस्म निभाने वाले इंडिया के इकलौते भाई जान, सलमान खान (Salman Khan) इस बार फिर से हाजिर हैं अपनी फिल्म किसी का भाई किसी की जान लेकर। अब इस फिल्म को देखने के बाद आपकी जान सलामत रहेगी या नहीं आइये जानते हैं।

कैसी है ये फिल्म

इस सवाल से पहले तो हमारा सवाल ये है कि क्यों है ये फिल्म। अरे भाई जान अगर आपने रस्म बना ही ली है तो ऐसी भी क्या मजबूरी है कि उसे निभाना ही है? मतलब कि इस फिल्म के शुरू होने के 10 मिनट बाद ही आप ये बोल देंगे कि भाई 100-200 ज्यादा ले ले पर मुझे उतार दे मतलब कि थियेटर से निकाल दे। खैर अब हमने फिल्म देख ही ली है तो इसके बारे में दिमाग पर काफी जोर देते हुए थोड़ा बहुत बता ही देते हैं। फिल्म शुरू होती है किसी वीरान से खंडहर से। जहां पर कुछ लैंड माफिया टाइप, या फिर गुंडे टाइप या फिर पता ही नहीं किस टाइप के लोग किसी जमीन पर कब्जा करने का प्लान बना रहे होते हैं। फिर क्या त्यागी नाम के गुंडे के नेतृत्व में एक इलाके पर कब्जा करने निकल पड़ते हैं। अब इन सब में दिक्कत ये है कि इलाका है भाई जान का। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कैसा नाम हुआ। तो आपको बता दें कि भाई को किसी नाम की जरूरत है क्या। सलमान तो उनको लोग प्यार से ही बुलाते हैं असल नाम तो उनका भाई ही है। यहां तक कि जब वो पैदा हुए होंगे तो शायद नर्स ने भी सलीम खान से वही शोले वाले उनसे भी यही कहा होगा मुबारक हो भाई पैदा हुआ है।

कैसी है फिल्म की कहानी

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