Pathaan: जानें क्यों SRK की 'पठान' देख फैंस को आई अमिताभ बच्चन और नूतन की फिल्म 'सौदागर' की याद
Pathaan: 2023 की सबसे बड़ी फिल्म 'पठान' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म देखने के लिए शाहरुख खान के फैंस सुपर एक्साइटेड हैं। थिएटर्स के बाहर लोगों की भीड़ लगी हुई है। किंग खान के फैंस के बीच जश्न का माहौल है। पठान पहले दिन करीब 50 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है
Pathaan: करीब 4 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शाहरुख खान ने सिल्वर स्क्रीन पर दस्तक दे दी है
बॉलीवुड के 'किंग खान' यानी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की फिल्म ‘पठान (Pathaan)’ बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी है। भारत सहित विदेशों में भी SRK के फैंस में 'पठान' का जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है। आलम ये है कि देश के कई राज्यों में सुबह 6 बजे से ही 'पठान' के शो शुरू हो गए हैं। पहले दिन के लिए सिनेमाघरों की 80 फीसदी सीटें भर चुकी हैं। ट्रेड एनालिस्ट्स के मुताबिक, 'पठान' बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन 50 करोड़ रुपये की बंपर कमाई करेगी। मल्टीप्लेक्स चेन INOX के चीफ प्रोग्रामिंग अधिकारी राजेंद्र सिंह ज्याला ने बताया, “यह फिल्म ‘KGF 2’ की एडवांस बुकिंग के रिकॉर्ड को तोड़ दी है। पठान पहले दिन 45 करोड़ से 50 करोड़ रुपये का कारोबार करेगी।”
फिल्म की कहानी पठान यानी की शाहरुख खान के बारे में है। दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम भी इसमें दमदार लग रहे हैं। कहानी को काफी शानदार तरीके से ट्रीट किया गया है। यह फिल्म एक देशभक्त मुस्लिम नागरिक की कहानी पर आधारित है। फिल्म में पठान एक बहादुर और पूरी तरह से देशभक्त जासूस के रूप में राष्ट्र की सेवा करता है। शाहरुख खान ने फिल्म के लिए शेर की अयाल की तरह अपने बालों को बढ़ाया है। घोड़े पर सवार शाहरुख फिल्म में वाकई एक पठान लग रहे हैं। सीधे शब्दों में कहा जाए तो ये फिल्म पठान-पठान और सिर्फ पठान के बारे में ही है।
पठान से पहले खुदा गवाह (1992) में अमिताभ बच्चन पगड़ी पहनते हैं और कमर में खंजर बांधते हैं। साथ ही घोड़े की सवारी करते हैं। बच्चन की सुपरहिट फिल्म जंजीर (1973) में प्राण ने शेर खान की भूमिका निभाई था। खान की अपनी फिल्म रईस (2017) में भी एक गुजराती मुस्लिम की भूमिका में नजर आए थे। रईस की तरह ही पठान है, वजह वह एक मेहनती, गर्म दिमाग वाला, लेकिन सम्माननीय और देशभक्त इंसान है।
बॉलीवुड में मुसलमानों का चित्रण लगभग हमेशा गोरी-चमड़ी, घुड़सवारी, सलवार-कमीज पहने-पठान जैसा होता है। गली बॉय, डार्लिंग्स, सीक्रेट सुपरस्टार, रईस जैसी फिल्मों में निम्न मध्यवर्गीय मुस्लिम परिवारों की कहानियां हैं। भारत में इंडोनेशिया के बाद दुनिया में मुसलमानों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी रहती है। बड़ा सवाल यह है कि क्या बॉलीवुड में शाहरुख खान ने मुसलमानों की कल्पना को आकार दिया है? इस सवाल का जवाब देना अभी जल्दीबाजी होगी।
पठान को देखने के बाद कुछ लोग 1973 की राजश्री प्रोडक्शन की हिंदी फिल्म 'सौदागर (Saudagar)' को याद कर रहे हैं। अमिताभ बच्चन और नूतन की फिल्म 'सौदागर' 2021 में Mubi के माध्यम से हमारी स्क्रीन पर लौटी और अब Amazon Prime Video पर खूब चल रही है। फिल्म ग्रामीण बंगाल में एक मुस्लिम समुदाय पर आधारित है, जो नदियों, तालाबों, ताड़ के पेड़ों और नाव की सवारी से भरा हुआ है।
अमिताभ बच्चन अपने गांव में ताड़ के रस निकालने का काम करते हैं। वह फिल्म में लुंगी और टोपी पहने सौदागर की भूमिका में हैं। नूतन ने फिल्म में एक विधवा महिला का किरदार निभाया है, जो अमिताभ के गुड़ पकाती है और इसे स्थानीय बाजार में बेचती है। अमिताभ और नूतन के अलावा फिल्म में पदमा खन्ना भी हैं। यह फिल्म मुस्लिम पहचान लुंगी और टोपी, मेहर की प्रथा, विधवा पुनर्विवाह और तलाक की स्वीकृति से चिह्नित है। कहानी एक बंगाली पसंदीदा ताड़ के गुड़ के इर्द-गिर्द बुनी गई है।