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Hathras Stampede: दम घुटने या बाहर निकलने की जल्दबाजी, हाथरस में 'भोले बाबा' के सत्संग में कैसे मची भगदड़?

Hathras Stampede: अलीगढ़ की कमिश्नर चैत्रा वी ने कहा, "अब तक मरने वालों की संख्या 87 है और घायलों की संख्या 18 है और वे खतरे से बाहर हैं।" ये सामने आया है कि सत्संग के लिए कुछ ही लोगों की परमिशन दी गई थी, लेकिन वहां करीब 50,000 लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसे संभालने के लिए केवल 72 पुलिस कर्मी ड्यूटी पर थे

Shubham Sharmaअपडेटेड Jul 02, 2024 पर 9:50 PM
Hathras Stampede: दम घुटने या बाहर निकलने की जल्दबाजी, हाथरस में 'भोले बाबा' के सत्संग में कैसे मची भगदड़?
Hathras Stampede: हाथरस में 'भोले बाबा' के सत्संग में कैसे मची भगदड़?

हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जाने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 87 बताया गया है। हालांकि, आशंका है कि इस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। घटना रति भानपुर गांव की है, जहां 'भोले बाबा' नाम के एक प्रचारक ने सत्संग का आयोजन किया था। मारे गए या बेहोश लोगों को ट्रकों और दूसरी गाड़ियों में भरकर सिकंदराराऊ ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि भगदड़ तब हुई, जब श्रद्धालु 'सत्संग' के बाद कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलने लगे।

अलीगढ़ की कमिश्नर चैत्रा वी ने कहा, "अब तक मरने वालों की संख्या 87 है और घायलों की संख्या 18 है और वे खतरे से बाहर हैं।" ये सामने आया है कि सत्संग के लिए कुछ ही लोगों की परमिशन दी गई थी, लेकिन वहां करीब 50,000 लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसे संभालने के लिए केवल 72 पुलिस कर्मी ड्यूटी पर थे।

भीड़ ज्यादा होने से मची भगदड़: पुलिस

हाथरस के डीएम आशीष कुमार ने कहा कि SDM ने कार्यक्रम की अनुमति दी, जिसका आयोजन देव प्रकाश मधुकर, महेश चंद्र, अनार सिंह, संजू यादव, चंद्र देव और राम प्रकाश ने किया था।

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