अयोध्या (Ayodhya) के नवनिर्मित राम मंदिर (Ram Mandir) में रामलला (Ram Lalla) की मूर्ति के सामने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'दंडवत प्रणाम' कर भारतीय गणतंत्र के इतिहास में एक नए युग की शुरुआत कर दी है। दंडवत प्रणाम को हिंदू परंपरा में भगवान के सामने पूर्ण समर्पण का प्रतीक माना जाता है। माथे पर चंदन का लेप, सुनहरे रंग का कुर्ता और और सफेद अंगवस्त्रम के साथ मोदी का यह दंडवत प्रणाम, विभाजन के ठीक बाद देश में धर्मनिरपक्षेता (Secularism) पर बनी सहमति के अंत का दृश्य दिखाता है। नेहरुवादी विचारधार की अगुआई में आजाद भारत के पहले कुछ दशकों तक धर्मनिरपेक्षता की छवि हावी रही थी।