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Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में I.N.D.I.A. का सूपड़ा साफ, मेयर के बाद डिप्टी और सीनियर डिप्टी मेयर पर भी BJP का कब्जा

Chandigarh Mayor Election: दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आरोप लगाया कि चंडीगढ़ में मेयर पद के लिए हुए चुनाव में सरेआम 'बेईमानी' की गई। सीएम ने कहा कि जिन लोगों ने ऐसा किया वे राष्ट्रीय चुनाव में किसी भी हद तक जा सकते हैं। उनकी यह प्रतिक्रिया बीजेपी के मनोज सोनकर द्वारा AAP के कुलदीप कुमार को हराकर मेयर पद जीतने के बाद आई

Akhileshअपडेटेड Jan 30, 2024 पर 5:50 PM
Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में I.N.D.I.A. का सूपड़ा साफ, मेयर के बाद डिप्टी और सीनियर डिप्टी मेयर पर भी BJP का कब्जा
AAP ने कहा कि पार्टी पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी

Chandigarh Mayor Elections Results 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव में सभी तीन शीर्ष पदों पर कब्जा बरकरार रखा। चंडीगढ़ मेयर चुनाव के बाद बीजेपी ने डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव भी जीत लिया है। इसे लोकसभा से पहले साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress) के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। मेयर पद के लिए रिजल्ट घोषित होते ही विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के दो दलों के पार्षदों ने चंडीगढ़ नगर निगम सदन में हंगामा किया।

विपक्ष ने डिप्टी और सीनियर डिप्टी मेयर के पदों के चुनाव का बहिष्कार किया। BJP के उम्मीदवार मनोज सोनकर (Manoj Sonkar) ने कांग्रेस समर्थित आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को हराकर जीत हासिल की। सोनकर को 16 वोट मिले, जबकि कुमार के पक्ष में 12 मत आए। वहीं, 8 वोट को अवैध घोषित कर दिया गया। BJP के उम्मीदवार कुलजीत संधू (Kuljeet Sandhu) और राजिंदर शर्मा (Rajinder Sharma) क्रमशः सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए निर्वाचित घोषित किए गए।

हाई कोर्ट जाएगी AAP

विपक्षी पार्षदों ने आरोप लगाया कि चुनाव में मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की गई। बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया। सोशल मीडिया पर AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने 'दिनदहाड़े हुई धोखाधड़ी' पर 'गंभीर चिंता' व्यक्त की। 18 जनवरी को स्थगन के बाद मंगलवार के चुनाव भी हाई कोर्ट के निर्देश पर हुए हैं। AAP और कांग्रेस ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर आरोप लगाया कि उन्होंने गिनती के दौरान मतपत्रों पर कुछ निशान बना दिए, जिससे वे अवैध हो गए। उन्होंने तर्क दिया कि अमान्य मतपत्रों ने संतुलन को बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में झुका दिया।

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