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चारा घोटाले ने कई IAS अफसरों की जिंदगी बर्बाद कर दी लेकिन सबक किसी ने नहीं सीखा

पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र सहित कुछ IAS अफसरों को भी सजाएं हुई हैं जिनकी जिंदगी सजा के बाद पूरी तरह बदल गई

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 28, 2022 पर 2:35 PM
चारा घोटाले ने कई IAS अफसरों की जिंदगी बर्बाद कर दी लेकिन सबक किसी ने नहीं सीखा
करप्शन में सजा के बावजूद नहीं घट रहा भ्रष्टाचार

सुरेंद्र किशोर

बिहार के चर्चित चारा घोटाले में अन्य लोगों के अलावा आधा दर्जन IAS अफसर भी आरोपित किए गए थे। उन्हें सजा भी मिली। उन्होंने जेल और जेल के बाहर भी अपार कष्ट झेले। उनकी दुनिया ही बदल गई। इसके बावजूद प्रशासन में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ। हां,चारा घोटाले जैसे बड़े और अनोखे घोटाले अब नहीं हो रहे हैं। "मेरे जीवन में अंधेरा छा गया।" यही कहा था कि आयुक्त स्तर के IAS अफसर रहे के. अरुमुगम ने।

कई साल पहले की बात है। वे चारा घोटाले से संबंधित मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में अपने गृह राज्य तमिलनाडु से रांची अदालत में पहुंचे थे। बिहार सरकार के पशुपालन विभाग के सचिव रहे अरूमुगम को चारा घोटाले में सन 2013 में तीन साल की सजा हुई। ढाई साल तक जेल में रहे। पैसों की कमी और उपेक्षा के बीच कुछ ही साल पहले चीफ सेक्रेटरी बनने का सपना लिए इस दुनिया से चले गए।

जो अन्य IAS अफसर सजा पाए , उनके नाम हैं फूलचंद सिंह, बेक जुलियस, महेश प्रसाद, एसएन दुबे और सजल चक्रवर्ती। अब भी इस घोटाले में जेल में बंद अनेक नेता, अफसर, आपूर्तिकर्ता खुद और उनके परिजन कष्ट , पैसों की कमी और उपेक्षा झेल रहे हैं। फिर भी आश्चर्य है कि बिहार में या यूं कहिए कि पूरे देश में भ्रष्टाचार कम ही नहीं हो रहा है।

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