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Ram Mandir: बांसुरी, नगाड़ा, मर्दला, ढोलक और वीणा से गूंज उठेगा राम मंदिर परिसर, दिग्गज संगीतकारों का किया गया चयन

Ram Mandir Inauguration: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन पूरा परिसर संगीतमय रहेगा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की बांसुरी तथा ढोलक से लेकर तमिलनाडु के मृदंग जैसे देशभर के विभिन्न शास्त्रीय वाद्ययंत्र बजाए जाएंगे। भव्य समारोह के दौरान प्रस्तुति के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से संगीतकारों का चयन किया गया है

Akhileshअपडेटेड Jan 16, 2024 पर 12:39 PM
Ram Mandir: बांसुरी, नगाड़ा, मर्दला, ढोलक और वीणा से गूंज उठेगा राम मंदिर परिसर, दिग्गज संगीतकारों का किया गया चयन
Ram Mandir: रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा

Ram Mandir Inauguration: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन पूरा परिसर संगीतमय रहेगा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की बांसुरी तथा ढोलक से लेकर तमिलनाडु के मृदंग जैसे देशभर के विभिन्न शास्त्रीय वाद्ययंत्र बजाए जाएंगे। 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी को भव्य समारोह के दौरान प्रस्तुति के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से संगीतकारों का चयन किया गया है। इस दौरान विपक्ष द्वारा 'अधूरे मंदिर' में समारोह आयोजित को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर राय ने कहा, "मैं किसी भी आलोचना का जवाब नहीं दूंगा।"

उन्होंने कहा कि मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे तक इसके पूरा होने की उम्मीद है। राय ने बताया कि यह समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंदिर न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की गरिमामय उपस्थिति में होगा। उन्होंने बताया कि यहां करीब 8,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

दिग्गज संगीतकार होंगे शामिल

चंपत राय ने बताया कि चयनित संगीतकार अपने-अपने क्षेत्रों के भारतीय परंपरा से जुड़े विभिन्न प्रकार के वाद्य यंत्र (संगीत वाद्ययंत्र) बजाएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से बांसुरी और ढोलक, कर्नाटक से वीणा, महाराष्ट्र से सुंदरी, पंजाब से अलगोजा, ओडिशा से मर्दला, मध्य प्रदेश से संतूर, मणिपुर से पुंग, असम से नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ से तंबूरा, बिहार से पखावज, दिल्ली से शहनाई और राजस्थान से रावणहत्था बजाने वाले कलाकर शामिल होंगे।

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