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Covid-19: हर 4 से 6 महीने में आती हैं कोरोना की लहरें, बूस्टर डोज है बेहद जरूरी – WHO

Covid-19: WHO के चीफ साइंटिस्ट सौम्य स्वामिनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा है कि जिन लोगों में संक्रमण की आशंका ज्यादा है। उनके लिए बूस्टर शॉट बहुत ही जरूरी है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 14, 2022 पर 11:33 AM
Covid-19: हर 4 से 6 महीने में आती हैं कोरोना की लहरें, बूस्टर डोज है बेहद जरूरी – WHO
भारत में 60 साल के ऊपर के 15 फीसदी लोगों को बूस्टर डोज लग गई है।

Covid-19: कोरोना वायरस महामारी पूरी दुनिया से खत्म होने के नाम नहीं ले रही है। इसके नए-नए वेरिएंट्स पूरी दुनिया में कहर ढा रहे हैं। इस बीच इससे निपटने के लिए वैक्सीन भी बनाई गई। इसके बाद बूस्टर डोज देने पर भी जोर दिया जा रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनिजेशन (World Health Organization -WHO) के चीफ साइंटिस्ट सौम्य स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा है कि हर 4 से 6 महीने में कोरोना वायरस की लहरें आती रहती हैं।

स्वामीनाथन ने कहा है कि खासतौर से कमजोर लोगों के लिए वैक्सीन की तीसरी डोज यानी बूस्टर डोज बेहद जरूरी है। बूस्टर शॉट पर जोर देते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research -ICMR) के पूर्व चीफ ने कहा है कि जिन लोगों में संक्रमण की आशंका ज्यादा है। उनके लिए बूस्टर शॉट बेहद जरूरी है।

भारत में तेजी से पांव पसार रहा है कोरोना संक्रमण

उन्होंने कहा, हर 4 से 6 महीने में देखा जा रहा है कि संक्रमण बढ़ता है। भारत में भी इन दिनों लगातार संक्रमण बढ़ने लगा है। जून महीने की शुरुआत से ही ट्रेंड ऊपर की ओर दिखायी दे रहा है। भारत में मंगलवार को 6594 नए मामले सामने आए हैं। इस समय देश में एक्टिव केस बढ़कर 50,548 हो गए हैं। टॉप साइंटिस्ट ने कहा कि कोरोना के बढ़ते ट्रेंड के पीछ कई वजहें हैं। फिलहाल देश में महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, कर्नाटक में सबसे ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं।

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