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Delhi AQI Today: पराली जलाने से दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, दिवाली से पहले हालत खराब, BJP और AAP के बीच घमासान शुरू

Delhi Air Pollution Update: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी फिर से खराब हो गई है। दिवाली से पहले ही हालात चिंताजनक हो गए हैं। पराली जलाने की वजह से AQI 356 पहुंच गया है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेना दूभर हो गया है। इस बीच भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 28, 2024 पर 8:39 AM
Delhi AQI Today: पराली जलाने से दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, दिवाली से पहले हालत खराब, BJP और AAP के बीच घमासान शुरू
Delhi Air Pollution Update: दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है।

दिवाली से पहले दिल्ली में प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ हो गई है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने की वजह से दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 356 दर्ज किया गया है। इस बीच, भाजपा और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर बयानबाजी शुरू कर दी है। शहर में मौसम का मिजाज भी बदल रहा है। कहा जा रह है कि 30 अक्टूबर तक हालत और ज्यादा खराब हो सकती है। इसकी वजह ये है कि दिवाली के मौके पर पटाखे भी जलाए जाएंगे।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रविवार शाम चार बजे 355 दर्ज किया गया। जबकि शनिवार को यह 255 था। सीपीसीबी ने दिल्ली के 40 निगरानी केंद्रों में से 37 के आंकड़े शेयर किए हैं। बवाना, बुराड़ी और जहांगीरपुरी में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई है।

दिल्ली के आसपास के इलाकों में हवा हुई जहरीली

दिल्ली से सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में भी एक्यूआई बहुत खराब दर्ज की गई है। दिल्ली के आनंद विहार क्षेत्र में धुंध की एक परत छाई है। वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार AQI गिरकर 357 पर पहुंच गया है। यह 'बहुत खराब' श्रेणी में है। कालिंदी कुंज के आसपास यमुना नदी में जहरीली झाग तैरता हुआ नजर आया। बता दें कि सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप टू लागू किया गया है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत इमरजेंसी उपायों में वायु गुणवत्ता को चार चरणों लागू किया जाता है।

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