भारतीयों और अफ्रीकी नागरिकों को El Salvador के रास्ते से अमेरिका जाना और महंगा हो गया है। एल साल्वाडोर इसके लिए यात्रियों से अब 1 हजार डॉलर (करीब 83 हजार रुपये) वसूल रहा है। केंद्रीय अमेरिका में स्थित इस सबसे छोटे और सबसे सघन आबादी वाले देश ने अपने यहां से अमेरिका के लिए आवाजाही को सुस्त करने के लिए यह फैसला किया है। 20 अक्टूबर को एल साल्वाडोर की पोर्ट अथॉरिटी ने अपनी वेबसाइट पर इससे जुड़ी डिटेल्स साझा की। इसके मुताबिक भारतीय पासपोर्ट या अफ्रीका के 50 से अधिक देशों के नागरिक अब अगर एल साल्वाडोर के रास्ते से अमेरिका जाते हैं तो उन्हें 1 हजार डॉलर का चार्ज देना होगा। वैट मिलाकर यह चार्ज 1130 डॉलर (करीब 94 हजार रुपये) बैठेगा।
पैसों का मुख्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट में होगा इस्तेमाल
अथॉरिटी के मुताबिक अमेरिका जाने वाले यात्रियों से जो पैसे वसूले जाएंगे, उसका इस्तेमाल देश के मुख्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सुधारने में किया जाएगा। एल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले (Nayib Bukele) ने इस हफ्ते दुनिया के पश्चिमी हिस्सों से जुड़े मामलों के अमेरिका के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ब्रायन निकोलस से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में बाकी सभी मुद्दों के अलावा अनियमित तौर पर आवाजाही से निपटने की कोशिशों पर भी बातचीत हुई थी। अमेरिकी कस्टम एंड बॉर्डर पेट्रोल के मुताबिक अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच रिकॉर्ड 32 लाख प्रवासी अमेरिका पहुंचे। कई प्रवासी केंद्रीय अमेरिका के रास्ते से अमेरिका गए।
23 अक्टूबर से लागू हो गया है नियम
अल साल्वाडोर ने जो नया नियम बनाया है, वह 23 अक्टूबर से प्रभावी हो चुका है और इसे देश के मुख्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इस्तेमाल में उछाल के चलते लागू किया गया है। इस नियम के लागू होने के बाद अब विमान कंपनियों को अफ्रीका के 57 देशों और भारत से आए यात्रियों की जानकारी हर दिन अधिकारियों को देनी होती है। इसे लेकर कोलंबिया की विमान कंपनी एविआंका (Avianca) ने अफ्रीकी और भारतीय यात्रियों को सूचना भेज रहे हैं कि अल साल्वाडोर की फ्लाइट पकड़ने से पहले उन्हें अनिवार्य रूप से 1 हजार डॉलर और वैट देना होगा।