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Happy New Year: साल 2025 के पहले दिन भारत में कितनी बढ़ेगी आबादी? चौंका देगा जनसंख्या का ये आंकड़ा

Population on New Year's 2025: भारत पहले ही जनसंख्या के मामले में अपने पड़ोसी देश चीन को पछाड़कर दुनिया में नंबर वन बन गया है। साल 2025 में भारत की जनसंख्या वृद्धि दर 0.9 फीसदी के आसपास रहेगी। नए साल में भारत की जनसंख्या 146 करोड़ होने की आशंका है

Akhileshअपडेटेड Dec 31, 2024 पर 1:18 PM
Happy New Year: साल 2025 के पहले दिन भारत में कितनी बढ़ेगी आबादी? चौंका देगा जनसंख्या का ये आंकड़ा
Population on New Year's 2025: रिपोर्ट के मुताबिक साल 2025 में भारत की जनसंख्या वृद्धि दर 0.9% रहेगी

Population on New Year's 2025: वैश्विक जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में पृथ्वी पर लगभग 7.3 बिलियन लोग रहते हैं। ये लोग विभिन्न धर्मों और समुदायों से संबंधित हैं। इनमें से प्रत्येक धर्मों की अलग-अलग मान्यताएं और देवता हैं। फिलहाल दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला धर्म ईसाई है। उसके बाद इस्लाम और हिंदू धर्म हैं। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुमानों के अनुसार, 2024 में दुनिया की आबादी में 71 मिलियन से ज्यादा लोगों की वृद्धि हुई। नए साल के पहले दिन दुनिया की जनसंख्या 8.09 बिलियन तक पहुंच जाएगी।

2024 में 0.9% की वृद्धि 2023 की तुलना में थोड़ी धीमी थी, जब दुनिया की आबादी में 75 मिलियन लोगों की वृद्धि हुई थी। जनवरी 2025 के दौरान अमेरिका में हर 9 सेकंड में एक का जन्म और हर 9.4 सेकंड में एक की मौत संभावित है। अनुमानों के अनुसार, जनवरी 2025 में दुनिया भर में हर सेकंड 4.2 जन्म और 2.0 मौतें होने की उम्मीद है। जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2024 में संयुक्त राज्य अमेरिका की जनसंख्या में 2.6 मिलियन की वृद्धि होगी। नए साल के दिन अमेरिका की जनसंख्या 341 मिलियन होगी।

भारत का हाल

भारत पहले ही जनसंख्या के मामले में अपने पड़ोसी देश चीन को पछाड़कर नंबर वन बन गया है। साल 2025 में भारत की जनसंख्या वृद्धि दर 0.9 फीसदी के आसपास रहेगी। रिपोर्ट की मानें तो नए साल में भारत की जनसंख्या 146 करोड़ होने की आशंका है। संयुक्त राष्ट्र सोशल-इकोनॉमिक एजेंसी UNDESA ने अप्रैल 2023 में भारत की जनसंख्या चीन के बराबर 142 करोड़ होने या इससे ज्यादा होने का अनुमान जताया था। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2035 तक उत्पादकता में इजाफा होगा। इसका कारण है कि गैरकामकाजी आबादी (15 साल से कम और 64 से अधिक) की कामकाजी आबादी (15 से 64 साल) पर निर्भरता अगले 11 साल तक लगातार घटने के आसार हैं।

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