Get App

Uday Kotak Journey: नहीं जमा फैमिली बिजनेस तो खड़ा कर दिया तीसरा सबसे बड़ा बैंक, एक छोटे से कमरे में रखी नींव

Uday Kotak Journey: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक Kotak Mahindra Bank के एमडी और सीईओ उदय कोटक (Uday Kotak) ने पिछले हफ्ते शनिवार 2 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यह वह बैंक था जिसकी नींव परिवार के बिजनेस में मन नहीं लगने पर उन्होंने करीब 38 साल पहले 1985 में रखा था

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Sep 05, 2023 पर 9:02 AM
Uday Kotak Journey: नहीं जमा फैमिली बिजनेस तो खड़ा कर दिया तीसरा सबसे बड़ा बैंक, एक छोटे से कमरे में रखी नींव
उदय कोटक की जिंदगी में एक अहम मोड़ तब आया, जब 2003 में कोटक महिंद्रा फाइनेंस को आरबीआई से बैंकिंग लाइसेंस मिला और यह लाइसेंस हासिल करने वाला भारतीय कॉरपोरेट में यह पहला ऑर्गेनाइजेशन बन गया।

Uday Kotak Journey: निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक Kotak Mahindra Bank के एमडी और सीईओ उदय कोटक (Uday Kotak) ने पिछले हफ्ते शनिवार 2 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 1985 में उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर कोटक महिंद्रा बैंक को शुरू किया था और इस तरह से उन्होंने 38 साल तक बैंक को अपनी शह में मजबूत किया है। 26 वर्षीय उदय कोटक ने इस बैंक को महज 13 एंप्लॉयीज के साथ मिलकर 300 स्क्वॉयर फीट के ऑफिस में शुरू किया था। अब यह देश का तीसरा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक बन चुका है। इस बैंक को 60 लाख की शुरुआती पूंजी से शुरू किया गया था।

बैंकिंग से पहले पारिवारिक बिजनेस में आजमाया था हाथ

उदय कोटक का जन्म मुंबई में हुआ था और उनका परिवार कॉटन के कारोबार में था। उन्होंने अपने पारिवारिक बिजनेस में अपना हाथ आजमाने की कोशिश की थी लेकिन जल्द ही उन्हें महसूस हो गया था कि यह जगह उनके लिए नहीं है। ऐसे में एमबीए के दौरान ही उन्होंने परिवार के बिजनेस से अलग अपना खुद का कारोबार शुरू करने का फैसला किया। फिर उन्होंने एक स्मॉल फाइनेंस बैंक शुरू किया।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें