ट्रेन देरी से चल रही है, समय पर ट्रेन नहीं आती है, आउटर पर ट्रेन खड़ी हो जाती है, बहुत धीरे ट्रेन चल रही है। ऐसे शब्द आपने ट्रेन में सफर के दौरान कई बार सुने होंगे। अब एक मामला ठीक इसके उल्टा आया है। वो भी देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन गतिमान और मालवा एक्सप्रेस एक्सप्रेस के बारे में है। इन दोनों ट्रेनों के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने हजारों यात्रियों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया। काशन आर्डर को पायलटों ने दरकिनार कर दिया। 20 किमी प्रति घंटा के बदले 120 किमी की रफ्तार से ट्रेनों को दौड़ाने का आरोप लगा है। इसके बाद रेलवे ने कड़ी कार्रवाई की और सस्पेंड कर दिया।