Mukesh Ambani Salary: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे साल कोई वेतन नहीं लिया। हालांकि, उनके बच्चों को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होने के लिए ‘सिटिंग फीस’ और ‘कमीशन’ मिला है। ‘सिटिंग फीस’ कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के स्वतंत्र सदस्यों को बैठकों में शामिल होने के लिए दी जाती है। मुकेश अंबानी ने वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 तक अपने वार्षिक पारिश्रमिक को 15 करोड़ रुपये पर सीमित रखा था।
वित्त वर्ष 2020-21 से उन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण तब तक अपना वेतन छोड़ने का विकल्प चुना, जब तक कंपनी और उसके सभी कारोबार पूरी तरह से अपनी कमाई की क्षमता पर लौट नहीं आते। कंपनी की ताजा सालाना रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में उन्हें वेतन, भत्ते के साथ-साथ रिटायरल बेनिफिट्स के रूप में शून्य राशि मिली।
मुकेश अंबानी की पत्नी और रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी 28 अगस्त, 2023 तक कंपनी के बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थीं। उन्होंने 2 लाख रुपये ‘सिटिंग फीस’ के रूप में और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 97 लाख रुपये ‘कमीशन’ लिया। उनके तीन बच्चों- ईशा, आकाश और अनंत अंबानी को पिछले साल अक्टूबर में शून्य वेतन पर कंपनी के बोर्ड में नियुक्त किया गया था। तीनों को ‘सिटिंग फीस’ के रूप में 4-4 लाख रुपये और ‘कमीशन’ के तौर पर 97 लाख रुपये मिले।
अप्रैल, 2029 तक RIL के प्रमुख के तौर पर रीअपॉइंट
मुकेश अंबानी 1977 से रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल हैं। अंबानी, जुलाई 2002 में अपने पिता और समूह के फाउंडर धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद से चेयरमैन हैं। मुकेश अंबानी को पिछले साल ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख के रूप में अप्रैल, 2029 तक 5 साल के कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया था। उन्होंने इस अवधि के दौरान शून्य वेतन लेने का विकल्प चुना है।
इन खर्चों का रिइंबर्समेंट पाने के हकदार
पिछले साल उनके रीअपॉइंटमेंट के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगने वाले विशेष प्रस्ताव में कहा गया, “हालांकि, मुकेश अंबानी कारोबारी यात्राओं के दौरान यात्रा, भोजन और आवास के लिए किए गए खर्च के रिइंबर्समेंट के लिए हकदार होंगे। इसमें जीवनसाथी और सहयोगी पर खर्चे भी शामिल हैं। कंपनी के कारोबार के लिए कारों का प्रोविजन और आवास पर कम्युनिकेशन से जुड़े खर्च का रिइंबर्समेंट किया जाएगा और इसे पर्क्स नहीं माना जाएगा।” यह भी कहा गया था, “कंपनी अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करेगी और इसके लिए कंपनी की ओर से वहन किए गए खर्च को पर्क्स नहीं माना जाएगा।”
रिलायंस इंडस्ट्रीज में अंबानी परिवार की कितनी हिस्सेदारी
अंबानी की नेट वर्थ 109 अरब डॉलर है। भारतीय करेंसी में यह 9150 अरब रुपये होती है। उनके और उनके परिवार के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज के 332.27 करोड़ शेयर या 50.33 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस हिस्सेदारी से अंबानी और उनके परिवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 3,322.7 करोड़ रुपये की डिविडेंड इनकम प्राप्त होगी। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 10 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया है।
अंबानी के चचेरे भाइयों निखिल और हितल मेसवानी का पारिश्रमिक वित्त वर्ष 2023-24 में क्रमशः 25.31 करोड़ रुपये और 25.42 करोड़ रुपये हो गया। दोनों का पारिश्रमिक वित्त वर्ष 2022-23 में 25-25 करोड़ रुपये था। इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन शामिल है, जो पिछले दो वित्त वर्षों से इसी स्तर पर है।
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