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Ram Mandir: 600 शवों के पोस्टमार्टम में सहयोगी संतोषी दुर्गा, कचरा बीनने वाली बिदुला बाई को अयोध्या राम मंदिर का बुलावा

Ram Mandir Inauguration: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश के कई दिग्गज अयोध्या आने वाले हैं। ऐसे में एक 85 साल की सफाईकर्मी बिदुला बाई को भी आमंत्रण भेजा गया है। बिदुला बाई ने राम मंदिर निर्माण के लिए 20 रुपए की राशि दान की थी। ये उनकी दिहाड़ी मजदूरी का आधा भाग था। उनके इस सराहनीय काम के लिए उन्हें निमंत्रण भेजा गया है।

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 11, 2024 पर 1:11 PM
Ram Mandir: 600 शवों के पोस्टमार्टम में सहयोगी संतोषी दुर्गा, कचरा बीनने वाली बिदुला बाई को अयोध्या राम मंदिर का बुलावा
अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए इन्हें भेजा गया निमंत्रण

Ram Mandir Inauguration: छत्तीसगढ़ की कचरा बीनने वाली 85 साल की बिदुला बाई देवार (Bidula Bai Dewar) और 600 से भी ज्यादा शवों के पोस्टमार्टम में सहयोग करने वाली संतोषी दुर्गा (Santoshi Durg) को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में अयोध्या (Ayodhya) आने का आमंत्रण भेजा गया है। बिदुला बाई ने श्रीराम मंदिर (Ram Mandir) के निर्माण के लिए 2021 में 20 रुपए दान किए थे। भले ही ये राशि सुनने में काफी छोटी है लेकिन प्रभु राम के लिए उनकी भावनाएं असीम हैं।

अपनी दिन की आधी तनख्वाह मंदिर निर्माण के लिए दी

विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपूत ने बताया कि जब मंदिर निर्माण के लिए पैसा जुटाने वाली टोलियां निकली थीं तो बिदुला बाई ने अपनी दिन की कमाई 40 रुपए में से 20 रुपए दान कर दिए थे। बिदुला बाई गरियाबंद जिले में भगवान विष्णु के मंदिर की धर्मनगरी राजिम में रहती हैं। बाद में एक बैठक के दौरान जब ये बात सामने आई, तो प्रदेश अधिकारियों ने उन्हें खासतौर से रामलला के दर्शन करने के लिए आमंत्रित करने का फैसला लिया। स्वास्थ्य संबंधि परेशानियों की वजह बिदुला बाई 22 जनवरी को तो नहीं लेकिन बाद में राम दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगी।

पिता से लगी ये शर्त

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की नरहरपुर वासी संतोषी दुर्गा के पिता एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पोस्टमार्टम हाउस में काम किया करते थे। रतन सिंह सिंदुर अब इस दुनिया में नहीं रहे। संतोषी दुर्गा अपने पिता के शराब पीने की आदत से परेशान थीं। उनके पिता कहते कि बिना शराब पिए कोई पोस्टमार्टम कर ही नहीं सकता। ऐसे में संतोषी ने वादा किया कि वो ये काम बिना शराब पिए करेंगी। बस 2008 से वो इस काम में जुट गईं। 

हालांकि, उन्हें आज भी इस बात का काफी दर्द है कि उनके पिता को नियमित नहीं किया गया। संतोषी भी कलेक्टर दर से सफाईकर्मी के पद पर पदस्थ हैं। वो 18 जनवरी को अयोध्या जाएंगी।

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