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Ratan Tata First Job Story: रतन टाटा को कैसे मिली थी पहली नौकरी? इलेक्ट्रिक टाइपराइटर पर तैयार किया था Resume

Ratan Tata First Job Story: दिग्गज भारतीय उद्योगपति रतन नवल टाटा कारोबारी के साथ एक परोपकारी व्यक्ति भी थे। वह देश सम्मानित कारोबारियों में से एक थे। रतन टाटा को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है

Akhileshअपडेटेड Oct 10, 2024 पर 7:40 AM
Ratan Tata First Job Story: रतन टाटा को कैसे मिली थी पहली नौकरी? इलेक्ट्रिक टाइपराइटर पर तैयार किया था Resume
Ratan Tata First Job Story: रतन टाटा को मिली पहली नौकरी से जुड़ा किस्सा काफी दिलचस्प है

Ratan Tata First Job Story: भारत के सबसे बड़े समूह Tata Sons के पूर्व चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 86 वर्षीय टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर) को मुंंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। टाटा ग्रुप के प्रतिष्ठित चेहरे रतन टाटा 150 साल से भी ज्यादा पुरानी विरासत को आगे ले जा रहे थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने शानदार करियर की शुरुआत एक प्रभावशाली CV के साथ नहीं, बल्कि JRD टाटा के एक कॉल के बाद एक सिंपल टाइप किए गए रिज्यूमे (resume) से की थी।

जी हां, रतन टाटा ने IBM ऑफिस में इलेक्ट्रिकल टाइपराइटर पर अपना बायोडाटा तैयार कर अपनी पहली नौकरी हासिल की थी। रतन टाटा को पहली नौकरी मिलने की दिलचस्प कहानी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। बहुत से लोग नहीं जानते कि 1960 के दशक में रतन टाटा कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद लॉस एंजिल्स में बसने के लिए तैयार थे।

हालांकि, अपनी दादी की बिगड़ती सेहत की परिस्थितियों के कारण उन्हें भारत लौटना पड़ा। अमेरिका में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद रतन टाटा पेशेवर दुनिया में कदम रखने वाले किसी भी अन्य युवा आकांक्षी से अलग नहीं थे। जब वे भारत वापस आए तो उन्हें IBM से नौकरी का प्रस्ताव मिला। हालांकि, टाटा ग्रुप के तत्कालीन चेयरमैन जेआरडी टाटा इस बात से बहुत खुश नहीं थे।

पहली नौकरी मिलने की कहानी

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