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यौन उत्पीड़न से परेशान महिला जज की 'इच्छामृत्यु' की मांग वाली चिट्ठी वायरल, CJI ने इलाहाबाद HC से मांगी रिपोर्ट

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ के निर्देश पर सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल अतुल एम कुरहेकर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर महिला जज की सभी शिकायतों की स्थिति पर शुक्रवार सुबह तक रिपोर्ट मांगी है। सेक्रेटरी जनरल को गुरुवार रात फोन पर सूचित किया गया कि हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस ने भी खुले पत्र पर ध्यान दिया है

Akhileshअपडेटेड Dec 15, 2023 पर 11:49 AM
यौन उत्पीड़न से परेशान महिला जज की 'इच्छामृत्यु' की मांग वाली चिट्ठी वायरल, CJI ने इलाहाबाद HC से मांगी रिपोर्ट
CJI चंद्रचूड़ के निर्देश पर सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल से रिपोर्ट मांगी है

यौन उत्पीड़न से परेशान उत्तर प्रदेश की एक महिला जज (Woman Judge from Uttar Pradesh) की इच्छामृत्यु वाली चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल हो रही चिट्ठी के मुताबिक महिला जज ने सीनियर पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए इच्छामृत्यु की मांग की है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने महिला जज द्वारा उन्हें लिखे पत्र में वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के मुताबिक, चीफ जस्टिस (CJI) ने सुप्रीम कोर्ट के महासचिव अतुल एम कुरहेकर को स्थिति अपडेट लेने का निर्देश दिया। इसके बाद कुरहेकर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर महिला जज द्वारा की गई सभी शिकायतों के बारे में जानकारी मांगी।

सुप्रीम कोर्ट सचिवालय ने शिकायत से निपटने वाली आंतरिक शिकायत समिति के समक्ष कार्यवाही की स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी। यह घटनाक्रम उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में तैनात महिला सिविल जज द्वारा CJI को लिखे पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आया है। जज ने अपने पत्र में इच्छामृत्यु की गुहार लगाते हुए कहा कि वह बहुत आहत हैं, क्योंकि उनके वरिष्ठ जिला जज ने उनके साथ बहुत अपमानजनक व्यवहार किया। दावा ये भी है कि जिला जज ने उसे रात में मिलने का दबाव बनाया।

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ के निर्देश पर सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल अतुल एम कुरहेकर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर महिला जज की सभी शिकायतों की स्थिति पर शुक्रवार सुबह तक रिपोर्ट मांगी है। सेक्रेटरी जनरल को गुरुवार रात फोन पर सूचित किया गया कि हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस ने भी खुले पत्र पर ध्यान दिया है। महिला जज ने व्यापक रूप से वायरल पत्र में कहा, "मुझे हद दर्जे तक यौन उत्पीड़न किया गया है। मेरे साथ पूरी तरह से कूड़े की तरह व्यवहार किया गया है। मैं एक अवांछित कीड़े की तरह महसूस करती हूं।"

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