Child Prodigy Akrit Pran Jaswal: भारत सिर्फ ऋषियों, मुनियों (Indian Land) की धरती ही नहीं है। यहां केवल वेद, काव्य (Indian Vedic Period) की ही रचनाएं नहीं होती हैं बल्कि ये धरती है विज्ञान और शस्त्र-शास्त्रों (India Rich Culture) की, साथ ही उन बुद्धिजीवियों की जिन्होंने दुनियाभर में भारत के नाम को रोशन किया। आर्यभट्ट, चाणक्य, विवेकानंद, सीवी रमन, रामानुजन (India's Greatest Personalities) जैसे ना जाने कितने नाम हैं जिनके बारे में आज भी स्कूलों में पढ़ाया जाता है। सबमें बचपन से ही सीखने की लगन और आगे बढ़ने की ललक थी। कहते हैं ना कि सदी में ही एक ऐसा सूरमा पैदा होता है जो सदियों के इतिहास को बदल देता है। खैर ये राजा-महाराजाओं का युग नहीं बल्कि आधुनिक युग है और यहां शस्त्र और शारीरिक बल से ज्यादा बुद्धिबल (Indian Genius) को तवज्जो दी जाती है। भारत के एक छोटे जीनियस की सीखने की क्षमता ने आइंस्टाइन को भी पीछे छोड़ दिया है। आकृत प्राण जसवाल (Akrit Pran Jaswal) नाम के इस युवक ने सात साल की छोटी सी उम्र में ही करामात कर दिखाई। जिस उम्र में बच्चे अभी अक्षर ज्ञान में ही महारत हासिल कर पाते हैं, उस उम्र में इन्होंने एक सफल सर्जरी (World Youngest Surgeon) को अंजाम दिया।