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Uttarkashi Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन कहां तक पहुंचा? जानें कब तक 'गुड न्यूज' मिलने की उम्मीद, 10 दिन से सुंरग में फंसी हैं 41 जिंदगियां

Uttarkashi Tunnel Collapse: PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, 'यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि वर्टिकल पाइपलाइन सुरंग के अंदर से 39 मीटर पाइपलाइन ड्रिल की गई है। सब कुछ अच्छा चल रहा है, मैंने उनसे (मजदूरों) बात की और हर कोई उत्साहित था।' BRO के मेजर नमन नरूला ने कहा, "करीब 1200 मीटर सड़क का निर्माण हो चुका है। दो ड्रिलिंग मशीन वाहन सुरंग स्थल पर पहुंच गए हैं। हमने 48 घंटे के भीतर ट्रैक का निर्माण कर दिया।"

Akhileshअपडेटेड Nov 22, 2023 पर 3:00 PM
Uttarkashi Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन कहां तक पहुंचा? जानें कब तक 'गुड न्यूज' मिलने की उम्मीद, 10 दिन से सुंरग में फंसी हैं 41 जिंदगियां
Uttarkashi Tunnel Collapse: मजदूरों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है (PHOTO- REUTERS)

Uttarkashi Tunnel Collapse News Updates: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणहीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए पिछले 10 दिनों से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन आज (22 नवंबर) या कल सुबह तक पूरा होने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने कहा कि आधी खुदाई हो चुकी है और अगर सब ठीक रहा तो कल (23 नवंबर) तक अच्छी खबर आएगी। करीब 39 मीटर तक खुदाई हो चुकी है, जबकि 17 मीटर की खुदाई अभी बाकी है। हालांकि दूसरी तरफ केंद्र ने कहा है कि चुनौतियों को देखते हुए फंसे हुए 41 श्रमिकों के बचाव कार्य में 15 दिन तक का समय लग सकता है। सुरंग में 39 मीटर तक 800 एमएम के पाइप डाले जा चुके हैं। कुल 57 मीटर तक पाइप डालने हैं। इस हिसाब से अब सिर्फ 17 मीटर की ही ड्रिलिंग का काम बचा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, 'यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि वर्टिकल पाइपलाइन सुरंग के अंदर से 39 मीटर पाइपलाइन ड्रिल की गई है। सब कुछ अच्छा चल रहा है, मैंने उनसे (मजदूरों) बात की और हर कोई उत्साहित था।' BRO के मेजर नमन नरूला ने कहा, "करीब 1200 मीटर सड़क का निर्माण हो चुका है। दो ड्रिलिंग मशीन वाहन सुरंग स्थल पर पहुंच गए हैं। हमने 48 घंटे के भीतर ट्रैक का निर्माण कर दिया।"

नमन नरूला ने कहा, "वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए हमें एक्सेस सड़क बनाना था जिसमें हमें 1150 मीटर का ट्रैक बनाना था जो कि हमने 20 तारीख को बना दिया था। इस ट्रैक के अंतिम छोर पर दो वर्टिकल ड्रिलिंग होने हैं जिसके लिए दो ड्रिलिंग मशीन पहुंचनी थी जिसमें से एक पहुंच चुकी है। हमें एक और एक्सेस सड़क बड़कोट से बनानी थी जो टनल का दूसरा साइड है उसका सर्वे हमारा कल पूरा हुआ है। हमारी मशीनरी वहां पहुंच चुकी है ताकि अगर जरूरत पड़ी तो हम वहां पर आज से काम शुरू कर सके।"

अपर सचिव तकनीकी, सड़क एवं परिवहन महमूद अहमद ने कहा, "सुरंग के अंदर 21 मीटर अंदर एक अतिरिक्त 800 मिमी पाइप भी डाला गया है। देर रात करीब 12:45 बजे हमने मशीन के माध्यम से ड्रिलिंग शुरू की और अब तक हमने तीन और पाइप डाले हैं...जब तक हम सुरंग के अंदर 45-50 मीटर तक नहीं पहुंचते हैं तब तक हम आपको इतना कुछ नहीं बता पाएंगे।...हम बड़कोट से क्षैतिज ड्रिलिंग भी कर रहे हैं, हम वहां से भी लगभग 8 मीटर अंदर प्रवेश कर चुके हैं।"

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