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यमुना का सफाई अभियान शुरू, एक्शन में दिल्ली के उपराज्यपाल, नदी में उतारी गईं बड़ी बड़ी मशीनें

दिल्ली चुनाव में यमुना की सफाई का मामला बड़ा चुनावी मुद्दा बना था। यमुना की सफाई को खुद बीजेपी ने 3 साल की डेडलाइन सेट की थी। और अब उसे जमीन पर उतारने के लिए सरकार के गठन से पहले ही एक्शन प्लान पर काम शुरू हो गया है। 3 साल के भीतर यमुना को साफ करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई एजेंसियां और सरकार के कई विभाग एक साथ आएंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 17, 2025 पर 6:07 PM
यमुना का सफाई अभियान शुरू, एक्शन में दिल्ली के उपराज्यपाल, नदी में उतारी गईं बड़ी बड़ी मशीनें
दिल्ली में यमुना की प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करने की शुरुआत हो चुकी है। गंगा की तरह दिल्ली के यमुना घाट पर संध्या आरती का शुभारंभ हो चुका है

दिल्ली में बीजेपी सरकार के गठन से पहले ही यमुना नदी का सफाई अभियान शुरू हो गया है। इसको लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल एक्शन में दिख रहे हैं। नदी में बड़ी बड़ी मशीनें उतार दी गई हैं। ट्रैश स्किमर, वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट से सफाई शुरू कर दी गई है। LG वीके सक्सेना के निर्देश पर सफाई अभियान शुरू हुआ है। सफाई के लिए खास चार स्तरीय योजना बनाई गई है। अगले तीन साल में यमुना को साफ करने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री मोदी ने यमुना को लेकर जो संकल्प लिया था उस संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने की शुरुआत हो चुकी है। यमुना के कायाकल्प का काम शुरू हो चुका है। यमुना में उतरी बड़ी-बड़ी मशीनें शुरुआत भर हैं।

दिल्ली के एलजी ऑफिस के मुताबिक यमुना की सफाई का काम चार अलग अलग फेस में किया जाएगा। सबसे पहले, यमुना नदी की धारा में कचरा और गाद को हटाया जाएगा। इसके साथ ही नजफगढ़ ड्रेन,सप्लीमेंट्री ड्रेन और अन्य सभी प्रमुख नालों में सफाई अभियान शुरू किया जाएगा। इसके अलावा STP यानी मौजूदा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की क्षमता और आउटपुट पर नजर रखी जाएगी। साथ ही 400 MGD सीवेज ट्रीटमेंट की कमी को पूरा करने के लिए नए प्लांट बनाए जाएंगे।

दिल्ली चुनाव में यमुना की सफाई का मामला बड़ा चुनावी मुद्दा बना था। यमुना की सफाई को खुद बीजेपी ने 3 साल की डेडलाइन सेट की थी। और अब उसे जमीन पर उतारने के लिए सरकार के गठन से पहले ही एक्शन प्लान पर काम शुरू हो गया है। 3 साल के भीतर यमुना को साफ करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई एजेंसियां और सरकार के कई विभाग एक साथ आएंगे। इस काम के लिए आपस में कॉर्डिनेशन के जरिए ऐक्शन प्लान पर काम आगे बढ़ेगा। इनमें दिल्ली जल बोर्ड,दिल्ली नगर निगम, पर्यावरण विभाग, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अलावा PWD और डीडीए की भूमिका अहम होगी।

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