Get App

लैब डायमंड बनाने वाली IGI के लिस्टिंग की तैयारी, Blackstone का ये है प्लान

ब्लैकस्टोन (Blackstone) अपनी भारतीय कंपनी इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (IGI) का आईपीओ लाने की तैयारी में है। यह आईपीओ करीब 30 करोड़ डॉलर (2502.68 करोड़ रुपये) का हो सकता है। इस कंपनी को खरीदे हुए ब्लैकस्टोन को अभी एक साल भी पूरे नहीं हुए और अब इसे यह घरेलू मार्केट में लिस्ट कराने की तैयारियों में जुट गई है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Apr 03, 2024 पर 12:35 PM
लैब डायमंड बनाने वाली IGI के लिस्टिंग की तैयारी, Blackstone का ये है प्लान
ब्लैकस्टोन पहले 150 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर IGI का आईपीओ लाने की योजना बना रही थी लेकिन अब यह 350 करोड़ डॉलर पर कोशिश कर रही है।

ब्लैकस्टोन (Blackstone) अपनी भारतीय कंपनी इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (IGI) का आईपीओ लाने की तैयारी में है। यह आईपीओ करीब 30 करोड़ डॉलर (2502.68 करोड़ रुपये) का हो सकता है। इस कंपनी को खरीदे हुए ब्लैकस्टोन को अभी एक साल भी पूरे नहीं हुए और अब इसे यह घरेलू मार्केट में लिस्ट कराने की तैयारियों में जुट गई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। ब्लैकस्टोन ने आईजीआई को चीन की कंपनी फोजुन (Fosun) और Lorie Family से मई 2023 में 57 करोड़ डॉलर में खरीदा था। इसका अधिकतर कारोबार भारत में है। इसका दावा है कि इसके पास हीरे और अन्य रत्नों और आभूषणों की टेस्टिंग और ग्रेडिंग के लिए दुनिया की सबसे बड़ी स्वतंत्र लैब है।

बेल्जियम की कंपनी है IGI

आईजीआई की शुरुआत बेल्जियम में करीब 50 साल पहले की गई थी। हालांकि अब इसका अधिकतर रेवेन्यू और प्रॉफिट भारत से आता है। भारत में इसके अधिकतर लैब हैं। लैब में यह डायमंड की स्क्रीनिंग करती है। अब इसके लिस्टिंग की तैयारी चल रही है तो आईजीओ को उम्मीद है कि भारत में लैब में बनने वाले डायमंड की ग्रोथ को यह भुना सकेगी। लैब में ऐसे हीरे बनते हैं जो प्राकृतिक हीरे के समान ही दिखते हैं और सस्ते भी होते हैं। पिछले साल बजट में इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए लैब डायमंड को बनाने पर टैक्स कटौती का ऐलान किया गया था।

सूत्रों के मुताबिक आईजीआई को लिस्ट करने की योजना अभी शुरुआती अवस्था में है और इसमें बदलाव भी हो सकता है। दो सूत्रों ने बताया कि ब्लैकस्टोन पहले 150 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर आईपीओ लाने की योजना बना रही थी लेकिन अब यह 350 करोड़ डॉलर पर कोशिश कर रही है। हालांकि फाइनल फैसला आने वाले महीनों में तय होगी और यह निवेशकों की मांग पर निर्भर करेगी।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें