Get App

IndiQube Spaces IPO: घाटे में चल रही इंडीक्यूब लाएगी आईपीओ, SEBI के पास कागज जमा

IndiQube Spaces IPO: इंडीक्यूब स्पेसेज को रिशि दास, मेघना अग्रवाल और अंशुमार दास ने मिलकर बेंगलुरू में वर्ष 2015 में शुरू किया था। अब इसके लिस्टिंग की तैयारी है जिसका आईपीओ ड्राफ्ट बाजार नियामक SEBI के पास जमा हो चुका है। इसके तहत नए शेयर जारी होंगे और ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के जरिए प्रमोटर्स भी अपनी हिस्सेदारी हल्की करेंगे

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Dec 25, 2024 पर 9:38 AM
IndiQube Spaces IPO: घाटे में चल रही इंडीक्यूब लाएगी आईपीओ, SEBI के पास कागज जमा
IndiQube Spaces IPO: इंडीक्यूब स्पेसेज के 850 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे।

IndiQube Spaces IPO: वेस्टब्रिज (WestBridge) के निवेश वाली इंडीक्यूब स्पेसेज (IndiQube Spaces) अब घरेलू स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कंपनी ने बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल कर दिया है। को-वर्किंग और मैनेज्ड स्पेस ऑपरेटर इंडीक्यूब स्पेसेज का यह आईपीओ करीब 850 करोड़ रुपये का हो सकता है। इसके तहत नए शेयर भी जारी होंगे। इसके अलावा इश्यू के ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के जरिए प्रमोटर्स भी अपनी हिस्सेदारी हल्की करेंगे। इसके प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर भी कंपनी विचार कर सकती है।

IndiQube Spaces IPO की खास बातें

इंडीक्यूब स्पेसेज के 850 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इंडीक्यूब प्राइवेट प्लेसमेंट, राइट्स इश्यू या प्रिफरेंशियल ऑफर के जरिए 150 करोड़ रुपये जुटा सकती है और अगर ऐसा होता है तो फ्रेश इश्यू साइज कम हो सकता है। इसके अलावा प्रमोटर्स रिशि दास और मेघना अग्रवाल इश्यू के ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए 100 करोड़ रुपये तक के शेयरों की बिक्री करेंगे।

अब आईपीओ के पैसों के इस्तेमाल की बात करें तो ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वालों को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 462.6 करोड़ रुपये से नए सेंटर बनाए जाएंगे। 100 करोड़ रुपये से कर्ज हल्का किया जाएगा। इस पर 227.45 करोड़ रुपये का कर्ज है। बाकी पैसों का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें