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प्रोजील ग्रीन एनर्जी और नीलसॉफ्ट के आईपीओ को सेबी की मंजूरी मिली, यहां जानिए इन दोनों कंपनियों के बारे में

प्रोजील ग्रीन एनर्जी का आईपीओ 700 करोड़ रुपये का हो सकता है। इसमें वह 350 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी करेगी, जबकि ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए प्रमोटर्स अपने 350 करोड़ रुपये से शेयर जारी करेंगे

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 09, 2025 पर 8:15 PM
प्रोजील ग्रीन एनर्जी और नीलसॉफ्ट के आईपीओ को सेबी की मंजूरी मिली, यहां जानिए इन दोनों कंपनियों के बारे में
Neilsoft में जापान की फुजिता कॉर्पोरेशन का निवेश है। यह पुणे की इंजीनियरिंग सर्विसेज और सॉल्यूशन प्रोवाइडर कंपनी है।

प्रोजील ग्रीन एनर्जी और नीलसॉफ्ट के आईपीओ को सेबी की मंजूरी मिल गई है। सेबी ने 1 सितंबर को प्रोजील ग्रीन के प्रिलिमनरी पेपर को ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया। उसने नीलसॉफ्ट के प्रिलिमनरी पेपर पर 2 सितंबर को ऑब्जर्वेशन लेटर जारी किया। अब दोनों कंपनियां एक साल के अंदर अपने आईपीओ लॉन्च कर सकती हैं। प्रोजील एनर्जी गुजरात की सोलर ईपीसी कंपनी है। इसने इस साल 30 मार्च को सेबी के पास अपना ड्राफ्ट डॉक्युमेंट फाइल किया था।

प्रोजील ग्रीन का आईपीओ 700 करोड़ का हो सकता है

प्रोजील ग्रीन एनर्जी का आईपीओ 700 करोड़ रुपये का हो सकता है। इसमें वह 350 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी करेगी, जबकि ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए प्रमोटर्स अपने 350 करोड़ रुपये से शेयर जारी करेंगे। प्रोजील ग्रीन का दावा है कि वह देश की चौथी सबसे बड़ी सोलर ईपीसी कंपनी है। कंपनी आईपीओ से हासिल पैसे में से 250 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लंबी अवधि की वर्किंग कैपिटल की जरूरत पूरी करने के लिए करेगी। 195 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वह कर्ज चुकाने के लिए करेगी। बाकी पैसै का इस्तेमाल सामान्य कारोबारी जरूरतों के लिए करेगी।

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