Mokshada Ekadashi Vrat Katha: मोक्षदा एकादशी व्रत को मोक्ष दायनी व्रत कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन व्रत करने वाले भक्त को अपने सभी पापों से मुक्ति मिलती है और वे अपने पूर्वजों सहित जीवन-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाते हैं। यह व्रत करने से इन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। मोक्षदा एकादशी का व्रत हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने जब कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था उस दिन भी अगहन शुक्ल पक्ष की एकादशी थी।
