Get App

SEBI ने Sterlite Electric IPO को किया होल्ड, शॉर्ट सेलर वायसराय रिसर्च के Vedanta पर आरोप बने वजह

वायसराय रिसर्च ने कई रिपोर्टों में आरोप लगाया है कि वेदांता का मैनेजमेंट अत्यधिक कर्ज में डूबी पेरेंट कंपनी Vedanta Resources को सहारा देने के लिए वेदांता लिमिटेड में से फंड निकाल रहा है। स्टरलाइट इलेक्ट्रिक कैपिटल गुड्स बनाती है

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Oct 29, 2025 पर 2:52 PM
SEBI ने Sterlite Electric IPO को किया होल्ड, शॉर्ट सेलर वायसराय रिसर्च के Vedanta पर आरोप बने वजह
SEBI, वायसराय रिसर्च के आरोपों की जांच कर रहा है।

मार्केट रेगुलेटर SEBI ने स्टरलाइट इलेक्ट्रिक के IPO को होल्ड पर डाल दिया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर वायसराय रिसर्च की ओर से स्टरलाइट इलेक्ट्रिक की पेरेंट कंपनी वेदांता समूह पर लगाए गए आरोपों के बाद सेबी ने ऐसा किया। यह बात मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों से मनीकंट्रोल को पता चली है। सेबी, वायसराय रिसर्च के आरोपों की जांच कर रहा है।

SEBI आमतौर पर किसी IPO को तब होल्ड पर डालता है, जब नियमों का पालन न करने का पता चला हो या अगर रेगुलेटर की जांच पेंडिंग हो या चल रही हो। मसलों का समाधान हो जाने पर, SEBI आमतौर पर हरी झंडी दे देता है।

स्टरलाइट ने अपने ड्राफ्ट में कहा था, "एक शॉर्ट सेलर की ओर से वेदांता समूह के खिलाफ कुछ आरोप लगाते हुए कई रिपोर्ट जारी की गई हैं। SEBI ने 18 अगस्त, 2025 और 4 सितंबर, 2025 के अपने ईमेल के जरिए सेबी एक्ट के सेक्शन 11(2) और 11सी(2), (3) के तहत, जांच अधिकारी के सामने शॉर्ट सेलर रिपोर्ट्स में मेंशन कथित लेनदेन के लिए हिंदुस्तान जिंक से जानकारी और डॉक्युमेंट्स पेश करने की मांग की है। हिंदुस्तान जिंक को 25 अगस्त, 2025 और 12 सितंबर, 2025 तक ऐसे डॉक्युमेंट्स पेश करने थे, जिनका जवाब 25 अगस्त, 2025 और 12 सितंबर, 2025 को सेबी को दे दिया गया है। मामला अभी पेंडिंग है।"

क्या हैं वायसराय रिसर्च के आरोप

सब समाचार

+ और भी पढ़ें