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Shiprocket IPO के लिए अपडेटेड ड्राफ्ट जमा, ₹2342 करोड़ है साइज; टेमासेक और जोमैटो का भी लगा है पैसा

Shiprocket IPO: शिपरॉकेट एक शिपिंग प्रोवाइडर से डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ब्रांड्स और MSMEs के लिए एक फुल-स्टैक ई-कॉमर्स इनेबलर बन चुकी है। अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान शिपरॉकेट ने 38.3 करोड़ रुपये का घाटा देखा

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Dec 13, 2025 पर 11:28 AM
Shiprocket IPO के लिए अपडेटेड ड्राफ्ट जमा, ₹2342 करोड़ है साइज; टेमासेक और जोमैटो का भी लगा है पैसा
Shiprocket के IPO में 1100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे।

Shiprocket IPO: शिपरॉकेट ने अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉसपेक्टस (UDRHP) जमा कर दिया है। शिपरॉकेट के IPO का साइज 2,342.3 करोड़ रुपये है। कंपनी ने मई 2025 में कॉन्फिडेंशियल रूट से ड्राफ्ट पेपर जमा किए थे और SEBI से नवंबर में मंजूरी मिली थी। कॉन्फिडेंशियल रूट कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देता है। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग सेंसिटिव बिजनेस डिटेल्स या फाइनेंशियल मेट्रिक्स और रिस्क्स को गोपनीय रखने की इजाजत देती है, खासकर कॉम्पिटीटर्स से।

अपडेटेड DRHP के अनुसार, शिपरॉकेट के IPO में 1100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। साथ ही 1242.3 करोड़ रुपये तक के शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल रहेगा। ऑफर-फॉर-सेल में शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स में लाइटरॉक, अरविंद, ट्राइब कैपिटल, बर्टेल्समैन, गौतम कपूर, साहिल गोयल और विशेष खुराना शामिल हैं।

शेयरहोल्डर्स में कौन-कौन शामिल

शिपरॉकेट एक शिपिंग प्रोवाइडर से डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ब्रांड्स और MSMEs के लिए एक फुल-स्टैक ई-कॉमर्स इनेबलर बन चुकी है। इसका मतलब हुआ कि एक ऐसी कंपनी या प्लेटफॉर्म जो किसी​ बिजनेस को ऑनलाइन ले जाने, चलाने और बढ़ाने के लिए शुरू से अंत तक सभी सर्विसेज और तकनीकी समाधान देती हो। शिपरॉकेट में पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 91.52 प्रतिशत हिस्सेदारी है, और बाकी 8.48 प्रतिशत शेयर शिपरॉकेट एंप्लॉयी ESOP ट्रस्ट के पास हैं।

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