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WeWork India लाएगी IPO, SEBI के पास दाखिल किए कागजात

WeWork India IPO: कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 135.8 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष में 146.8 करोड़ रुपये के घाटे से कम है। हालांकि, इसी अवधि के दौरान रेवेन्यू 1,314.5 करोड़ रुपये के मुकाबले 26.7 फीसदी बढ़कर 1,665.1 करोड़ रुपये हो गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 02, 2025 पर 3:34 PM
WeWork India लाएगी IPO, SEBI के पास दाखिल किए कागजात
WeWork India IPO: एंबेसी ग्रुप के स्वामित्व वाली ऑफिस-शेयरिंग कंपनी वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट अपना आईपीओ लाने जा रही है।

WeWork India IPO: एंबेसी ग्रुप के स्वामित्व वाली ऑफिस-शेयरिंग कंपनी वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट अपना आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने फंड जुटाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। इस आईपीओ के तहत 4.37 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी। OFS में एम्बेसी बिल्डकॉन LLP (प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर) द्वारा 3.34 करोड़ इक्विटी शेयर और 1 एरियल वे टेनेंट लिमिटेड (इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर) द्वारा 1.02 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की जाएगी।

वीवर्क इंडिया का मालिकाना हक ज्यादातर एम्बेसी ग्रुप के पास है, जिसने 85 मिलियन वर्ग फुट से ज्यादा का कमर्शियल रियल एस्टेट बनाया है। यह एम्बेसी REIT का प्रायोजक भी है, जो भारत का पहला और एशिया का सबसे बड़ा ऑफिस REIT है। वीवर्क इंडिया भारत के उन कुछ कंपनियों में से है, जिन्हें बड़े रियल एस्टेट डेवलपर का सपोर्ट मिला हुआ है और जो फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस प्रदान करती है।

एम्बेसी बिल्डकॉन LLP के पास कंपनी में 76.21% हिस्सेदारी है, और शेष शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के स्वामित्व में हैं, जिसमें यूके स्थित 1 एरियल वे टेनेंट के 23.45 फीसदी शेयर शामिल हैं। जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड, जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड और 360 वन डब्ल्यूएएम लिमिटेड इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।

कंपनी फ्लेक्सिबल और हाई क्वालिटी वाले वर्कस्पेस प्रोवाइड करती है, जिनका उपयोग बड़े एंटरप्राइजेज, स्मॉल और मिड साइज, स्टार्टअप्स और इंडिविजुअल कस्टमर्स सहित कई तरह के ग्राहक करते हैं। इसके मेंबर्स में फॉर्च्यून 500 कंपनियां, इंटरनेशनल और डोमेस्टिक कॉरपोरेशन, बड़े एंटरप्राइजेज, ग्लोबल कैप्टिव सेंटर (GCC), MSMEs और स्टार्टअप्स शामिल हैं। 30 जून 2024 तक ग्रेड ए प्रॉपर्टीज हमारे पोर्टफोलियो का लगभग 93 फीसदी हिस्सा थीं।

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