अमेठी के चुनावी रण में कौन किसके साथ है, ये बहुत ही दिलचस्प कथा है। ये कहानी उलझी हुई है। चुनाव से ज्यादा ये कहानियां यहां चल रही हैं कि कौन कहां किसको काट रहा है। यहां दलीय सीमाएं भंग हो रही हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपनी सीट बचाने के लिए उन तमाम कार्यकर्ताओं को मनाने और समझाने में लगी हैं, जो किन्हीं कारणों से नाराज हो गए थे। वास्तव में बीजेपी के अंदर भी कई अंतर विरोध हैं और महागठबंधन के अंदर भी। स्मृति ईरानी को अपनों से निपटना मुश्किल हो रहा है और I.N.D.I.A. गठबंधन को भी। तमाम समीकरण गड़बड़ हो गए हैं। बीजेपी के नेता और अमेठी के राजा डॉक्टर संजय सिंह महल में ही रहे और प्रचार के लिए निकले नहीं और 2022 में संजय सिंह के खिलाफ समाजवादी पार्टी के टिकट से अमेठी विधानसभा चुनाव जीती गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति अपने परिवार के साथ स्मृति ईरानी के प्रचार में लगी हैं।