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Lok Sabha Elections 2024: क्या होता है आदर्श आचार संहिता? MCC लागू होते ही क्या बदल जाएगा? जानें गाइडलाइंस और इतिहास

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों की भूमिका और जिम्मेदारियां: चुनाव प्रचार और अभियान के दौरान न्यूनतम आचार संहिता के पालन के लिए राजनीतिक दलों से एक अपील और मानक राजनीतिक व्यवहार का निर्धारण करने वाला एक दस्तावेज है, जिसे 1968 और 1969 के मध्यावधि चुनाव के दौरान आयोग ने तैयार किया था

Akhileshअपडेटेड Mar 16, 2024 पर 3:34 PM
Lok Sabha Elections 2024: क्या होता है आदर्श आचार संहिता? MCC लागू होते ही क्या बदल जाएगा? जानें गाइडलाइंस और इतिहास
Lok Sabha Elections 2024: आदर्श आचार संहिता की उत्पत्ति 1960 में केरल विधानसभा चुनाव के दौरान हुई थी

Lok Sabha Polls 2024 Date: चुनाव आयोग (EC) द्वारा शनिवार (16 मार्च) को लोकसभा चुनाव का शेड्यूल जारी होते ही देश भर में आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू हो गई है। आम चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद नतीजों का ऐलान होने तक पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी। इससे सरकार के सामान्य कामकाज में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। निर्वाचन आयोग के मुताबिक आचार संहिता के मौजूदा स्वरूप पिछले 60 साल के प्रयासों और विकास का नतीजा है।

क्या होता है आदर्श आचार संहिता?

आदर्श आचार संहिता की उत्पत्ति 1960 में केरल विधानसभा चुनाव के दौरान हुई थी, तब प्रशासन ने राजनीतिक दलों के लिए एक आचार संहिता बनाने की कोशिश की थी। आदर्श आचार संहिता चुनावों के दौरान सभी हितधारकों द्वारा स्वीकार्य नियम है। इसका उद्देश्य प्रचार, मतदान और मतगणना को व्यवस्थित, स्वच्छ और शांतिपूर्ण रखना और सत्तारूढ़ दलों द्वारा राज्य मशीनरी और वित्त के किसी भी दुरुपयोग को रोकना है। परंतु, इसे कोई वैधानिक मान्यता प्राप्त नहीं है।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कई मौकों पर इसकी सुचिता को बरकरार रखा है। चुनाव आयोग आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन की जांच करने और सजा सुनाने के लिए पूरी तरह से अधिकृत है। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किए जाने के साथ ही यह संहिता लागू हो जाती है और निर्वाचन प्रक्रिया समाप्त होने तक लागू रहती है।

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