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Lok Sabha Elections 2024: असम में दूसरे चरण के चुनाव में मुस्लिम वोटर्स का होगा निर्णायक रोल, जानिए इसकी वजह

असम में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को करीमगंज, सिलचर, नागांव, दरांग-उदलगुरी और दिफू में वोटिंग होने वाली है। इन इलाकों में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी संख्या है। AIUDF जिन 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, उनमें से 2 में 26 अप्रैल को मतदान है। एआईयूडीएफ को इन सीटों पर जीत हासिल करने का भरोसा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 24, 2024 पर 5:50 PM
Lok Sabha Elections 2024: असम में दूसरे चरण के चुनाव में मुस्लिम वोटर्स का होगा निर्णायक रोल, जानिए इसकी वजह
असम की कुल आबादी में मुस्लिम समुदाय की हिस्सेदारी 34 फीसदी से ज्यादा है।

असम में लोकसभा चुनावों (Assam Lok Sabha Elections) के दूसरे चरण की वोटिंग में सिर्फ एक दिन बचा है। यह चरण असम के लिए बहुत अहम है, क्योंकि इस बार उन सीटों पर मतदान हो रहे हैं, जिनमें मुस्लिम वोटर्स निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। 26 अप्रैल को करीमगंज, सिलचर, नागांव, दरांग-उदलगुरी और दिफू में वोटिंग होने वाली है। नागांव की सीट कांग्रेस के पास है। बाकी सभी सीटें बीजेपी के पास हैं। दीफू की सीट जनजाति के लिए आरक्षित है, बाकी सभी सीटों पर बंगाली बोलने वाली मुस्लिम आबादी की अच्छी संख्या है। सिलचर और करीमनगर में बंगाली हिंदू लोगों की अच्छी आबादी है।

इन सीटों पर मुस्लिम आबादी

55.7 फीसदी मुस्लिम आबादी करीमगंज में है। सिलचर में मुस्लिम आबादी 40 फीसदी से कम है। नागांव में यह 58 फीसदी है। दरांग-उदलगिरि में यह करीब 40 फीसदी है। मुस्लिम बहुल सात विधानसभा सीटें पहले कालियाबोर के तहत आती थीं। पिछले साल परिसीमन के बाद इन्हें नागांव में जोड़ दिया गया। इससे मुस्लिम मतदाताओं की आबादी काफी बढ़ गई।

मुस्लिम मतदाताओं तक बीजेपी की पहुंच

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