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Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा के 225 सांसदों के खिलाफ हत्या और रेप सहित आपराधिक मामले दर्ज, 5% MP हैं अरबपति

Lok Sabha Elections 2024: ADR के अनुसार, बड़े राजनीतिक दलों में बीजेपी और कांग्रेस के सर्वाधिक संख्या में अरबपति सांसद हैं। हालांकि अन्य दलों के भी इस तरह के सांसदों की अच्छी-खासी संख्या है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्यवार आपराधिक मामलों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश के 50 प्रतिशत से अधिक सांसद आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं

Akhileshअपडेटेड Mar 30, 2024 पर 2:37 PM
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा के 225 सांसदों के खिलाफ हत्या और रेप सहित आपराधिक मामले दर्ज, 5% MP हैं अरबपति
Lok Sabha Elections 2024: निवर्तमान सांसदों में 29 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट के अनुसार निवर्तमान 514 लोकसभा सांसदों में से 225 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा चुनावी हलफनामों में की है। यह निवर्तमान लोकसभा में कुल मौजूदा सांसदों का 44 प्रतिशत है। यह रिपोर्ट 18वीं लोकसभा चुनाव से पहले जारी की गई थी। ADR की रिपोर्ट के अनुसार, उसने इन निवर्तमान सांसदों के हलफनामों के विश्लेषण में पाया कि इनमें से 5 प्रतिशत अरबपति हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ रुपये से अधिक है।

हत्या और रेप के भी केस दर्ज

रिपोर्ट के अनुसार, आपराधिक मामलों वाले निवर्तमान सांसदों में 29 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या, हत्या की कोशिश, सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देना, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों वाले निवर्तमान सांसदों में 9 के खिलाफ हत्या के मामले हैं। इसके अनुसार, इन सांसदों में 5 भारतीय जनता पार्टी (BJP) से हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा 28 निवर्तमान सांसदों ने चुनावी हलफनामों में अपने खिलाफ हत्या के प्रयास से जुड़े मामले दर्ज होने की घोषणा की है। इनमें से 21 सांसद BJP से हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी तरह, 16 निवर्तमान सांसद महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े आरोपों का सामना कर रहे हैं, जिनमें तीन के खिलाफ बलात्कार के आरोप हैं। ADR की रिपोर्ट में इन सांसदों की वित्तीय स्थिति का भी विश्लेषण किया गया है।

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