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भेल, भारती एयरटेल, एसीसी और आईओसी पर कमाई के लिए ब्रोकरेजेज ने बनाई रणनीति, जानें एनालिस्ट की राय

BHEL पर सीएलएसए ने अंडरपरफॉर्म रेटिंग देकर इसके शेयर का लक्ष्य 189 रुपये तय किया है। ब्रोकरेज का कहना है कि थर्मल पावर उपकरण में L&T की एंट्री से कंपनी के लिए चुनौती बढ़ेगी। कंपनी के Q2 में एक्जीक्यूशन में 33% का उछाल नजर आया। फॉसिल ऑर्डर में तेजी से फायदा संभव है

Edited By: Sunil Guptaअपडेटेड Oct 29, 2024 पर 12:23 PM
भेल, भारती एयरटेल, एसीसी और आईओसी पर कमाई के लिए ब्रोकरेजेज ने बनाई रणनीति, जानें एनालिस्ट की राय
IOC पर सीएलएसए ने अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। इसका टारगेट 120 रुपये तय किया है

Stocks on Broker's Radar: भेल (BHEL)का सितंबर तिमाही में मुनाफा 96.7 करोड़ रुपये रहा। BHEL ने पिछले वर्ष इसी तिमाही में 58.3 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। तिमाही के दौरान रेवेन्यू 6584 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान EBITDA मार्जिन 4.2 प्रतिशत रहा। इस स्टॉक पर सीएलएसए ने अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। वहीं दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल ने अच्छे नतीजे पेश किये। टैरिफ बढ़ने से कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ बढ़ी। इसकी Average Revenue Per User 10.4% बढ़कर 233 रुपये पर पहुंचा। वहीं अफ्रीका में एकमुश्त घाटे की वजह से मुनाफे में दबाव दिखा। एयरटेल के अच्छे नतीजों के बावजूद यूबीएस ने इस पर न्यूट्रल कॉल दी है।

CLSA ON BHEL

सीएलएसए ने भेल पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। इसके शेयर का लक्ष्य 189 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि हमारी शेयर पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग बरकरार है। थर्मल पावर उपकरण में L&T की एंट्री से कंपनी के लिए चुनौती बढ़ेगी। FY26CL के 40x पर शेयर की प्राइसिंग नजर आ रही है। कंपनी के Q2 में एक्जीक्यूशन में 33% का उछाल नजर आया। फॉसिल ऑर्डर में तेजी से फायदा संभव है। कंपनी के थर्मल बिजनेस का आउटलुक उत्साहजनक नहीं रहा है।

UBS ON BHARTI AIRTEL

यूबीएस ने भारती एयरटेल पर न्यूट्रल रेटिंग दी है। इसके शेयर का लक्ष्य 1,595 रुपये/शेयर तय किया है। उनका कहना है कि Q2 में कंसोलिडेटेड आय और EBITDA अनुमान के मुताबिक रहा। ब्रोकरेज के मुताबिक हाल की टैरिफ वृद्धि के कारण भारत के मोबाइल रेवन्यू में तिमाही आधार पर 10.3% की वृद्धि हुई है। होम ब्रॉडबैंड, अफ्रीका और एंटरप्राइज अनुमान से थोड़ा आगे रहे। हालांकि डिजिटल टीवी अनुमान से थोड़ा नीचे आया। तिमाही के दौरान एक्सेप्शनल लॉस के कारण PAT अनुमान से 21% कम रहा।

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